शिक्षक दिवस पर राजभवन में लगी योगी सरकार के मंत्रियों की पाठशाला, राज्यपाल बनीं शिक्षिका

राजनीति के गुर सीखते-सीखते इस ओहदे तक पहुंचे योगी सरकार के मंत्रियों के लिए राजभवन में लगी यह पाठशाला बेहद अहम थी। यहां गुरु के रूप में सामने ऐसी शख्सियत थी, जिनके पास बतौर मुख्यमंत्री सरकार चलाने के अनुभव के साथ ही संघर्ष और सफलता की पूरी गाथा है। शिक्षिका रह चुकीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल फिर उसी भूमिका में थीं और सरकार शिष्य दीर्घा में। मंत्रियों को अनुभव में पिरोया व्यावहारिक ज्ञान उन्होंने दिया।

शिक्षक दिवस पर गुरुवार को राजभवन में योगी सरकार के मंत्रियों की पाठशाला लगभग दो घंटे चली। गुजरात की मुख्यमंत्री रह चुकीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को सरकारी कामकाज के साथ अपनी भूमिका समाजसेवा के कार्यों में अग्रणी रखनी चाहिए। मंत्रियों को सुझाव दिया कि अपने क्षेत्र में किसी एक बीमार बच्चे को अथवा दिव्यांग को गोद लेकर उनकी मदद करें। राज्यपाल ने अपने एक घंटे से अधिक के संबोधन मेें जनसरोकार से जुड़े मुुद्दों पर सक्रिय रहने को कहा।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली एक जैसी बताते हुए उपलब्धियों पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि सरकार से बहुत अपेक्षाएं होती हैं, इसलिए मेरिट के आधार पर काम किया जाए। पत्रावलियों का निस्तारण समय से हो। निर्माण कार्य में समय-सीमा निर्धारित करें तथा नियमित समीक्षा की जाए। विभागों में परस्पर तालमेल बढ़ाएं। प्राथमिक शिक्षा पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि एक भी बच्चा ‘ड्रॉप आउट’ न हो।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास भी बताने के लिए बहुत कुछ था। उन्होंने कहा कि जिलों के प्रभारी मंत्री अपने जिले में टीबी ग्रस्त बच्चों को स्वयं भी गोद लें और प्रशासनिक अधिकारियों को भी गोद लेने के लिए प्रेरित करें। योगी ने सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में राज्यपाल को विस्तार से बताया। कहा कि 19 मार्च 2017 को सरकार गठन के बाद टीम भावना से समाज के हर तबके का भला किया गया। संचालन मुख्य सचिव आरके तिवारी ने किया। इस अवसर पर प्रदेश की विकास यात्रा से जुड़ी फिल्म भी दिखाई गई और कुंभ पर स्मारिका का विमोचन भी किया गया।

आइआइएम में कार्य प्रबंधन के गुर सीखेगी सरकार
मंत्रियों को वक्त-वक्त पर नसीहत देते रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आठ सितंबर को सरकार के सभी मंत्रियों को लेकर भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) जाएंगे, जहां संस्थान के विशेषज्ञ उन्हें बेहतर कार्य प्रबंधन के गुर सिखाएंगे। मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रियों, खासतौर पर नए मंत्रियों को बेहतर कार्य संस्कृति समझाने की कोशिश कर रहे हैं। संगठन और सरकार में इस तरह के दिशा-निर्देश तो इससे पहले भी बहुत जारी होते रहे हैं, लेकिन योगी सरकार एक नई पहल करने जा रही है। आठ सितंबर को पूरी सरकार मुख्यमंत्री सहित आइआइएम लखनऊ जाएगी। यहां प्रबंधन के प्रोफेसर मंत्रियों को बताएंगे कि वह अपने विभाग की योजनाओं का प्रबंधन कैसे करें, कैसे मंत्री और बेहतर कार्य कर सकते हैं। यही नहीं, पार्टी सूत्रों ने बताया कि 15 सितंबर को आइआइएम के विशेषज्ञ विभागवार कार्यशाला लेंगे। वहीं, 22 सितंबर को प्रोफेसर शासन में आएंगे और विभागों के आला अधिकारियों को भी प्रशिक्षित करेंगे।

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