भारत के चांद पर पहुंचने की खातिर चन्द्रयान- 2 की सफल लैंडिंग के लिए अन्नपूर्णा मंदिर, रेड जोन में विशेष पूजा और अनुष्ठान किया जा रहा है। वाराणसी में शुक्रवार शाम से शहर के विभिन्न मंदिरों में अभियान की सफलता के लिए विशेष पूजन अनुष्ठान शुरु हो गए हैं। शुक्रवार शाम को आरती के बाद बटुकों ने भी विशेष पूजन अनुष्ठान किया। पूजा और अनुष्ठान का यह दौर जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में चंद्रयान दो की सफल लैंडिंग के लिए जगह-जगह पूजन, यज्ञ, अनुष्ठान किया जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को रात्रि में अन्नपूर्णा मंदिर में वैदिक रीति से पूजन किया गया। मन्दिर के उप महंत शंकरपुरी के नेतृत्व में मन्दिर के पुजारी अनिल पांडेय के अगुवाई में 11 वैदिक ब्राह्मणों ने मां भगवती का कुमकुम पूज न किया ततपश्चात मां का विशेष श्रृंगार करके चंद्रयान दो की सफल लैंडिंग के लिए माता अन्नपूर्णा की आरती की गई।
ब्राह्मणों ने भगवती से प्रार्थना की कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान दो सफलता पूर्वक उतर जाए। चंद्रयान दो के सफल लैंडिंग के बाद भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुचने वाला पहला देश बन जाएगा। उपमहन्त के कहा कि हमारे देश के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान दो को कई साल की मेहनत से तैयार किया है आज उसकी सफल लैंडिंग हो और देश इतिहास रच दे यही कामना है।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष पूजा
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के अर्चक डॉ श्रीकांत मिश्र ने बताया कि भारत चन्द्रयान दो के माध्यम से चन्द्रमा पर अधिकार प्राप्त करने को उन्मुख है। सवा सौ करोड़ भारतीय इस अभूतपूर्व सफलता देखने को उत्सुक हैं। यह भारत व भारतीयता के विजय का पर्व है। इसरो के महान वैज्ञानिकों की तपस्या का ही यह परिणाम है जो हमें इस गौरवशाली क्षण का भागीदार बनने का सौभाग्य प्रदान कर रहा है। बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना करता हूँ कि अपने कृपाप्रसाद से भारतीयों के मनोरथ को परिपूर्णं कर भारत का यशोवर्धन करें। इस महत्वपूर्ण साफल्य के पश्चात चन्द्रशेखर भूतभावन भगवान शिवशंकर का यथाविधि अभिषेक अर्चन कर आभार निवेदन समर्पित करेंगे।
माँ गंगा से हुई प्रार्थना
बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी में माँ गंगा से की गई चंद्रयान दो की सफलता के लिए प्रार्थना की गई। गंगा सेवा निधि के सात अर्चकों ने मां गंगा की आरती के बाद प्रार्थना की। संस्थान अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने बताया कि पूरे देश को इस सफलता के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।