REEL से REAL लाइफ : निभा रहे थे शिव-पार्वती का किरदार, गणेश उत्सव में बने पति-पत्नी

एटा में अजब प्रेम की गजब कहानी सामने आई है। धार्मिक कार्यक्रमों में यहां पर लंबे समय से जगह-जगह पर गणेश उत्सव के दौरान पांडालों में शिव व पार्वती का भूमिका निभाने वाला जोड़ा मंगलवार को सदा के लिए एक हो गया। शिव और पार्वती की तमाम प्रेम कहानियों का मंचन करते-करते युवक-युवती करीब आए। इन दोनों ने अपने प्रेम को विवाह में बदलने की ठान ली, लेकिन घरवालों के विरोध के कारण गांव ही छोड़ दिया। इसके बाद इन दोनों ने भगवान गणेश के पंडाल में ही सात फेरे लिया।

गणेश पांडाल में शिव बने नरेश को मिल गई पार्वती के रूप में सतवंती मिल गई। दोनों का पांडाल में विवाह कराया गया। इस आयोजन में सैकड़ों लोग इनके विवाह के साक्षी बने। इनके विवाह का वीडियो की वायरल हो रहा है। एटा मारहरा के पैठ मोहल्ला में गणेश चतुर्थी महोत्सव के आयोजन के दौरान शिव-पार्वती के स्वरूप का मंचन भी हुआ। इसी दौरान शिव-पार्वती का किरदार निभा रहे कासगंज के थाना ढोलना के गांव मोहम्मदपुर निवासी नरेश सतवंती ने सात फेरे भी ले लिया। दोनों बहुत लंबे समय से शिव और पार्वती का किरदार निभाते आ रहे थे। शिव और पार्वती की तमाम प्रेम कहानियों का मंचन करते-करते कब दोनों में प्यार हो गया पता ही नहीं चला। दोनों ने अपने प्यार का इजहार किया और एक-दूजे के साथ जन्मों तक रहने का वादा कर बैठे।

एटा के मारहरा क्षेत्र में लंबे समय से धार्मिक कार्यक्रमों में झांकी प्रदर्शन के दौरान देवी-देवताओं का स्वरूप रखने वाले शिव बने रंगशाला के कलाकार को पार्वती मिल गईं। शिव का रूप धरने वाले नरेश को अपने गांव की ही लड़की से प्रेम था। घर वाले इनके प्रेम के विरोध में थे। दोनों ने छह माह पहले गांव छोड़ दिया और मारहरा आकर रहने लगे। गणोश उत्सव के दौरान मारहरा कस्बे में गणोश पंडाल में मंगलवार को दोनों कलाकार को प्रस्तुति देनी थी। आयोजकों को जब दोनों ने अपनी प्रेम कहानी बताई तो सभी ने दोनों का विवाह कराने का फैसला कर लिया। लड़की को पार्वती बनाया गया और लड़का शिव के रूप में आया। इसी पंडाल में शिव विवाह संपन्न हो गया।

कासगंज जिले के ढोलना थाना क्षेत्र के गांव मुहम्मदपुर के नरेश रंगशाला में काम करते हैं। गांव की ही लड़की सतवंती से प्रेम हो गया और गांव में चर्चा फैली तो परिजनों को नागवार गुजरा। लिहाजा नरेश और सतवंती छह महीने पहले गांव छोड़कर मारहरा आ गए।

घर वालों को नहीं पसंद था ये रिश्ता

इनके प्रेम की खबर सतवंती और नरेश के परिजनों को लगी तो वो इस प्रेम कहानी में रोड़े बन गए। दोनों ने अपने-अपने परिवार को मनाने की भरसक कोशिशें की, लेकिन सफल नहीं हुए। इस बार भी प्रेमी युगल रंगमंच पर शिव और पार्वती का किरदार निभाने के लिए पहुंचे थे। रंगमंच के अन्य कलाकारों को प्रेमी युगल के रिश्ते के बारे में पता चला तो गणेश पंडाल में शिव और पार्वती के रूप में ही दोनों के सात फेरे कराए गए। दोनों ने जनम-जनम तक साथ निभाने की कसमें खाईं और उपस्थित लोगों का आशीर्वाद भी लिया।

मोहल्ला वालों ने करा दिया विवाह

नरेश को गणोश उत्सव के दौरान मोहल्ला पैठ में गणेश पंडाल में कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए आयोजकों ने बुक कर लिया। शिव के स्वरूप में सजे नरेश ने अपनी प्रेम कहानी कार्यक्रम के आयोजकों को बताई तो आयोजकों और मुहल्ले के लोगों ने मिलकर फैसला किया कि दोनों का गणेश पंडाल में विवाह करा दिया जाए। सब लोग तैयार हो गए तो लड़की को भी बुलाया गया। महिलाओं ने उसे पार्वती के रूप में सजाया और विवाह करा दिया। दोनों वैसे भी साथ रहते थे, लेकिन शादी नहीं हुई थी। दोनों को सामाजिक मान्यता चाहिए थी, यह हसरत गणोश उत्सव में पूरी हो गई। लोगों ने शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिस पर खूब कमेन्ट्स आ रहे हैं।


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