भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने अगले वर्ष होने वाले टी 20 वर्ल्ड कप को लेकर खिलाड़ियों को कड़ी चेतावनी दे डाली है। उन्होंने साफ कर दिया है कि टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए युवा खिलाड़ियों को चार से पांच मौके ही मिलेंगे। उन्होंने कहा कि टीम में जगह बनाने वाले युवाओं को चार से पांच मैचों में खुद को साबित करना होगा। टीम इंडिया के लिए वर्ष 2008 में डेब्यू करने वाले विराट कोहली ने इसके लिए खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के शुरुआती दिनों में इससे ज्यादा मौके मिलने की उम्मीद नहीं की थी।
विराट कोहली ने कहा कि टी 20 विश्व कप से पहले हमारे पास लगभग 30 मैच हैं। टीम के नजरिए से हमारी सोच बिल्कुल ही साफ है। जब मुझे भी टीम में पहली बार मौका मिला था तब मैंने कभी भी 15 मौकों के बारे में नहीं सोचा था। आपको भी चार से पांच मौके मिलेंगे और आपको इसका सही इस्तेमाल करना होगा। विराट ने कहा कि मेरा ये मानना है कि जो खिलाड़ी टीम में आ रहे हैं वो इसी मानसिकता के साथ आएं क्योंकि टीम की भी यही मानसिकता है। खिलाड़ियों को जो मौके मिलेंगे वो उन्हें जल्दी ही भुनाने होंगे।
टी20 विश्व कप के अलावा टीम का ध्यान अगले साल होने वाले ऑस्ट्रेलियाई दौरे और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप पर भी है। भारतीय टीम ने पिछली दो टी20 सीरीज यानी वेस्ट इंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा सीरीज के लिए टीम में कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को मौका नहीं दिया जिनकी जगह राहुल चाहर और वॉशिंगटन सुंदर का चयन किया गया।
भारतीय चयनकर्ताओं ने श्रेयस अय्यर और मनीष पांडे जैसे बल्लेबाजों को भी टीम में शामिल किया है। विराट कोहली ने कहा कि विश्व कप में जाने से पहले हमारा ध्यान टी20 और टेस्ट मैचों पर है। युवाओं को समय-समय पर जिम्मेदारी दी जा रही है। टीम संयोजन बनाना जरूरी है क्योंकि आपको उन खिलाड़ियों की पहचान करनी होगी जो टीम को आगे लेकर जाएंगे। कोहली ने कहा कि टी 20 विश्व कप से पहले घरेलू सत्र बेहद ही अहम रहेगा। कोच रवि शास्त्री ने भी यही बात कही। शास्त्री ने कहा कि टी-20 विश्व कप से पहले घरेलू सत्र में अलग-अलग टीमों से खेलने में काफी फायदा होगा। विदेश में हमें अच्छा अनुभव मिला, अब यहां अच्छा प्रदर्शन करेंगे। कई टीमें भारत आएंगी। घरेलू सत्र में भारत को छह टीमों से सीरीज खेलनी हैं।