रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी के कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा फिर सक्रिय हो गई हैं। सोनभद्र में नरसंहार के पीडि़तों से मिर्जापुर में भेंट करने वाली प्रियंका गांधी ने पीडि़त परिवारों को दस-दस लाख रुपया की आर्थिक सहायता भी भेजी थी।
सोनभद्र के नरसंहार के बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर दबाव बनाने में सफल प्रियंका गांधी इस बार पीडि़त परिवारों से मिलने उनके गांव उभ्भा जाएंगी। बकरीद के एक दिन बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सोनभद्र नरसंहार से पीडि़त परिवार के लोगों से उनके घर पर भेंट करेंगी। इससे पहले भी प्रियंका गांधी ने सोनभद्र के गांव में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी थी।
सोनभद्र के उभ्भा गांव के पीडि़तों से 20 जुलाई को मिर्जापुर में भेंट करने वाली प्रियंका गांधी ने उनके गांव का दौरा करने का भरोसा दिलाया था। पीडि़त परिवारों से मुलाकात के बाद प्रियंका ने कहा था कि इन बच्चों ने अपने माता-पिता खो दिए हैं। कुछ परिवार ऐसे हैं, जिनके बच्चे और माता-पिता अस्पताल में भर्ती हैं। यह लोग अपनी दिक्कतों के बारे में प्रशासन को सूचित कर रहे थे। महिलाओं के खिलाफ कई फर्जी मामले भी दर्ज किए गए हैं। प्रियंका ने कहा था कि इन लोगों के साथ जो भी हुआ, बहुत गलत हुआ। इनके साथ घोर अन्याय हुआ है और हम इस घड़ी में उनके साथ हैं और उनकी लड़ाई लड़ेंगे।
प्रियंका गांधी के एक बार फिर सोनभद्र जाने की योजना कांग्रेस को पूर्वांचल में सक्रिय करने की भी है। उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगीं प्रियंका गांधी बेहद सक्रिय हैं। इसी कारण वह सोनभद्र नरसंहार के इस प्रकरण को को आसानी से ठंडा नहीं होने देंगी।
सोनभद्र के घोरावल के मूर्तियां गांव में 17 जुलाई को जमीनी विवाद में ग्राम प्रधान और ग्रामीणों के बीच हुई हिंसक झड़प में उभ्भा गांव के लोगों को गोली लगने से दस ग्रामीणों की मौत हो गई। दो दर्जन से अधिक गंभीर रूप से घायल थे।