रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान को लेकर हुए बवाल और हत्याकांड में पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने बड़ी कार्रवाई की है। एसपी ने शुक्रवार की शाम पूरे घटना में कठोर कदम उठाते हुए पुलिस की भूमिका की जांच करने के बाद रेवती थाने पर तैनात एसआइ सदानंद यादव, श्रीकांत पांडेय व कमला नंद सिंह और पांच सिपाहियों को निलंबित कर दिया।
पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने पूरे घटना में पुलिस की भूमिका की जांच करने के बाद रेवती थाने पर तैनात एसआई सदानंद यादव, श्रीकांत पांडेय व कमला नंद सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। सिपाही रिंकू सरोज, आनंद चौहान, रितेश पांडेय व महिला सिपाही प्रियंका यादव, सोनल सिंह के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई हुई। 15 अक्टूबर को दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान के आवंटन को लेकर एसडीएम व सीओ की मौजूदगी में हुई खुली बैठक के बाद बवाल हो गया।
इस दौरान धीरेंद्र प्रताप सिंह के लाइसेंसी रिवाल्वर से फायरिंग में जय प्रकाश पाल की मौत हो गई थी। पुलिस के जवानों ने गोली चलाने वाले धीरेंद्र को पकड़ भी लिया था, लेकिन फिर वह भाग निकला। इससे पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही एसडीएम बैरिया सुरेश चंद्र पाल व सीओ चंद्रकेश सिंह को निलंबित कर दिया था।
आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दस टीमें
दुर्जनपुर कांड में शामिल आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दस टीमें बनाई गई है। इसमें एसओजी को मुख्य आरोपित को गिरफ्तार करने का लक्ष्य दिया गया है। यह टीमें जनपद समेत गैर प्रांत के संभावित ठिकाने पर छापेमारी तेज कर दी है। सर्विलांस का पुलिस सहारा ले रही है। पुलिस का प्रयास है कि मुख्य आरोपित धीरेंद्र प्रताप सिंह को किसी तरह से गिरफ्तार कर लिया जाए।