राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को सक्रिय राजनीति में जैसे ही उतारा, वैसे ही उनपर राजनीतिक हमले होने शुरू हो गए। कोई उन्हें हुकुम की रानी, ट्रंप कार्ड बता रहा है तो किसी का कहना है कि सुंदर हैं और सुंदरता पर वोट नहीं मिलते हैं। भाजपा के महासचिव ने एक वीडियो साझा करके उन पर हमला किया था। जिसमें प्रियंका वाड्रा खुद को बरसाती मेंढक बता रही हैं। अब सुब्रमण्यम स्वामी ने उन्हें बाइपोलैरिटी का शिकार बताया है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रियंका गांधी पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘उसको एक बीमारी है जो सार्वजनिक जीवन में अनुकूल और उपयुक्त नहीं है। उसको बाइपोलैरिटी कहते हैं यानी उसका हिंसावादी चरित्र दिखाई पड़ता है। लोगों को पीटती है। पब्लिक को पता होना चाहिए कि कब संतुलन खो बैठेगी, यह किसी को पता नहीं है।
इससे पहले बिहार सरकार में भाजपा के मंत्री विनोद नारायण झा ने कहा था कि सुंदर चेहरे से वोट नहीं मिल सकते। वह रॉबर्ट वाड्रा की पत्नी हैं जो जमीन घोटाले और भ्रष्टाचार केस के आरोपी हैं। वह बहुत सुंदर है मगर उनकी कोई राजनीतिक उपलब्धि नहीं है। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी प्रियंका पर बड़ा हमला करते हुए कहा था कि एक दागी जीवनसाथी वाली महिला को लांच करने से अगर कांग्रेस खुश है तो उन्हें यह खुशी मुबारक।