टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) अगले चार महीने में अगर मैदान पर अपने आक्रामक अंदाज में कोई बदलाव नहीं लाते हैं तो उनके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। विराट कोहली को मैदान पर अपने खराब व्यवहार की वजह से तीन डिमेरिट अंक मिल चुके हैं। अगर उन्हें एक और डिमेरिट अंक मिलता है तो उनके एक टेस्ट या दो वनडे और इतने ही टी20 मैच खेलने पर बैन लग सकता है। बैन इस पर भी निर्भर करेगा कि वो किस प्रारूप में पहले खेलेंगे।
विराट कोहली को साउथ अफ्रीका (India vs South Africa) के खिलाफ खेले गए तीसरे टी20 मैच के दौरान ब्यूरेन हैंन्ड्रिक्स से टकराने के लिए एक डिमेरिट अंक दिया गया था। विराट ने अपनी गलती मान ली थी जिसके बाद मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने किसी अन्य सुनवाई की बात से इंकार कर दिया था। विराट को आइसीसी आचार संहिता के लेवल एक का दोषी पाया गया था और चेतावनी के साथ एक डिमेरिट अंक दिया गया था।
सितंबर 2016 के बाद से लागू आइसीसी के नए नियम के बाद ये तीसरा मौका था जब विराट कोहली के रिकॉर्ड में डिमेरिट अंक जुड़े हैं। उन्हें सबसे पहला डिमेरिक अंक 15 जनवरी 2018 को प्रिटोरिया में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मिला था और इसके बाद 2019 विश्व कप के दौरान अफगानिस्तान के खिलाफ हुए मैच में अत्यधिक अपील की वजह से दूसरा डिमेरिट अंक मिला था।
विराट के अब कुल 3 डिमेरिक अंक हो चुके हैं और जनवरी 2020 तक अगर उनपर इस तरह का कोई आरोप लगता है तो इसकी संख्या 4 तक जा सकती है। जब एक खिलाड़ी के दो वर्ष में 4 या उससे अधिक डिमेरिट अंक हो जाते हैं तो ये निलंबन में बदल जाता है और खिलाड़ी पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। दो निलंबन अंक का मतलब है एक टेस्ट मैच या फिर दो वनडे व इतने ही टी20 मैच से निलंबन। यानी खिलाड़ी पर बैन उसी मैच में लगेगा जो वो पहले खेलेगा। वहीं दो वर्ष में अगर खिलाड़ी का डिमेरिट अंक 4 से बढ़कर 8 हो जाता है तो बैन दोगुना कर दिया जाता है। अब विराट कोहली को अगले चार महीने तक काफी संभलकर रहना होगा।
अगले चार महीने में भारत को साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। इसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ नवंबर में टी20 और टेस्ट सीरीज में हिस्सा लेना है और फिर जिम्बाब्वे और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज खेलनी है।