Swami Chinmayanand Case : रंगदारी मामले का दूसरा वीडियो वायरल, बताया जा रहा पहले का ही अगला पार्ट

चिन्मयानंद-छात्रा प्रकरण में एक और वीडियो वायरल हुआ है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो रंगदारी से संबंधित है। कार के अंदर बैठे लोग मैसेज भेजने में प्रयोग किए गए फर्जी सिम को लेकर बहस कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह इससे पहले वायरल वीडियो का ही हिस्सा है।

गुरुवार शाम वायरल हुए वीडियो में कार में पीछे की सीट पर बैठा युवक पड़ोस में बैठी पर युवती पर गुस्सा होता नजर रहा है। किसी सोनू भैया का नाम ले रहा है। कह रहा है कि जिस सिम से मैसेज किया है, उसमें जिसकी आइडी लगी होगी उसे तो पुलिस पकड़ ही लेगी। इस पर युवती उससे कह रही है कि किसी का भी सिम चुरा लेते। युवक बोल रहा है कि लखनऊ या बरेली से भी किसी का सिम चुरा लेते तो क्या वाट्सएप नहीं बनता। उससे कोई नहीं पकड़ा जाता। इसके आगे युवती कह रही है कि चुरा लेते तो ज्यादा ठीक था, पकड़े तो नहीं जाते।

एलएलबी की फीस का भी जिक्र

वायरल वीडियो में कार में आगे की सीट पर बैठा युवक पूछ रहा है कि इसकी जरूरत ही क्या थी। इस बारे में पहले सोचना चाहिए था। मैसेज किए ही क्यों…? जिस पर युवक कहता है कि उसका नाम आ रहा है। वह परेशान हो रहा है। तब युवती कह रही है कि उसने कहा था इसके लिए। क्योंकि कुछ हो ही नहीं रहा था। वीडियो वायरल ही नहीं हो रहे थे। युवक आगे युवती से कहता है कि अगर उसके सिम से मैसेज हुए होते तो रुपये मिल जाते। युवक वीडियो में युवती से कह रहा है कि तुम्हारे लिए शिमला में अंडा करी भी बनाई। वीडियो में एलएलबी की फीस का भी जिक्र आता है। युवती कहती है कि उसने गलत फीस नहीं बताई थी।

शोषण से तंग आकर बनाया था वीडियो

पीड़ित छात्रा पहले ही कह चुकी कि चिन्मयानंद उसका एक वर्ष से शोषण कर रहे थे। उसी के कॉलेज के पूर्व छात्र संजय से उसका परिचय था। उसने पूरा वाकया बताया तो सबक सिखाने के लिए वीडियो बनाने की बात तय हुई। इसी साल जनवरी में आपत्तिजनक हाल में चिन्मयानंद के वीडियो बना गए। इसके बाद प्रकरण का रुख बदलने लगा। चिन्मयानंद को सबक सिखाने के साथ ही रुपयों का इंतजाम भी करने की योजना बन गई।

दुष्कर्म पीड़िता और चिन्मयानंद दोनों जेल में

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण व दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा भी पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में फंस गई है। एसआइटी ने छात्रा को 25 सितंबर को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया था, जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इससे पहले 20 सितंबर को छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में घिरे पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया गया था। एसआइटी ने उन्हें कोर्ट में पेश किया था, जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। हालांकि चिन्मयानंद को चेस्ट पेन की शिकायत होने पर लखनऊ एसजीपीजीआइ में भर्ती कराया गया है। चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में तीन आरोपितों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

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