सपा सांसद आजम खां द्वारा हाई कोर्ट में पक्षकार बनाए जाने पर पूर्व सांसद व लोकसभा चुनाव में रामपुर से भाजपा की उम्मीदवार रहीं जयाप्रदा ने कहा कि गरीबों पर जुल्म हमने नहीं, आजम खां ने किए हैं। आजम खां बौखला गए हैं और गलत आरोप लगा रहे हैं।
गुरुवार को भाजपा के मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में शामिल होने आईं जयाप्रदा ने कहा कि हाई कोर्ट में मुझे आजम खां ने पक्षकार बनाया है। जमीन पर कब्जा, किताबों की चोरी, फांसी घर की जमीन पर कब्जा, घोसियान की जमीन पर कब्जा…ये सब रामपुर में मेरे आने से पहले ही आजम खां ने शुरू किया था। आजम खां ने तानाशाही दिखाकर रामपुर की जनता की आंखों में धूल झोंकी है। रामपुर का माहौल खराब करते हुए खौफ पैदा किया। वह जानबूझकर मेरा नाम घसीट रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक पर भी आजम खां गलत आरोप लगा रहे हैं। अगर ये लोग लोकसभा चुनाव में गड़बड़ी करते तो आजम खां चुनाव नहीं जीतते। उन्होंने कहा कि मैं रामपुर में ही रहूंगी और अगर गरीब किसानों को न्याय दिलाने के लिए मुझे अपनी जान भी देनी पड़ी, तो पीछे नहीं हटूंगी।
यह है मामला…
मौलाना जौहर अली विश्वविद्यालय रामपुर की जमीन को लेकर दर्ज एफआइआर के मामले में सपा सांसद आजम खां को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए किसानों के साथ पूर्व सांसद जयाप्रदा को भी नोटिस जारी जवाब मांगा है। विश्वविद्यालय की जमीन को लेकर किसानों ने एफआइआर दर्ज कराई है। किसानों ने आजम खां पर जबरन जमीन लिखवाने व कब्जा करने का आरोप लगाया है। याचिका में रामपुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहीं जयाप्रदा पर किसानों को उकसाकर एफआइआर दर्ज करवाने का आरोप लगाया गया है।