कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार को घोरावल कोतवाली क्षेत्र के उभ्भा गांव पहुंचीं थीं। यह वही गांव है जहां 17 जुलाई को हुए नरसंहार में 10 लोगों की मौत और 28 घायल हो गए थे। इसी दौरान प्रियंका वाड्रा के इस दौरे को कवर कर रहे एक मीडिया कर्मी से उनके निजी सचिव संदीप सिंह ने मारपीट और अभद्रता कर दी। खास बात रही कि यह सारा घटनाक्रम प्रियंका के सामने ही हुआ। कांग्रेस नेता ने मीडिया कर्मी को ठोंक देने तक की धमकी दे डाली। इस मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायल हो गया है। मीडिया कर्मी नीतिश कुमार पांडेय ने घोरावल कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
एक टीवी चैनल के पत्रकार नीतिश कुमार पांडेय के मुताबिक वह कवरेज के लिए काफिले के पीछे जा रहे थे। इसी दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा के निजी सचिव संदीप सिंह द्वारा उनके साथ मारपीट की गई। कैमरा मैन के साथ भी अभद्रता करते हुए कैमरे पर हाथ लगा दिया। हालांकि वहां मौजूद अन्य लोगों ने बीच बचाव करते हुए मामले को शांत कराया। बता दें कि संदीप सिंह आइसा के टिकट पर जेएनयू छात्रसंघ का अध्यक्ष रह चुका है। प्रियंका गांधी के हर दौरे में यह शख्स पत्रकारों और कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार के लिए कुख्यात है। मंगलवार को जब प्रियंका गांधी वाड्रा सोनभद्र में थीं तो भी संदीप सिंह यही आचरण किया। मारपीट का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
बीजेपी से पैसे लेकर हमें डिस्टर्ब मत करो…
वायल वीडियो में दिख रहा है कि पत्रकार प्रियंका से अनुच्छेद-370 समाप्त करने के बारे में सवाल कर रहा है, लेकिन प्रियंका के सहयोगी उसे धक्का देकर पीछे ढकेल रहे हैं। पत्रकार ने प्रियंका से सवाल पूछने की कोशिश की तभी संदीप सिंह वहां आए और बोले ‘सुनो सुनो ठोक कर यहीं बजा दूंगा…मारूंगा तो गिर जाओगे।’ इस दौरान पत्रकार चिल्लाता रहा कि प्रियंकी जी देखिए आप के सामने आपके कार्यकर्ता द्वारा मारने की धमकी दी जा रही है…कैमरे पर धक्का मारा जा रहा है। इस बीच संदीप सिंह यह भी कहने हुए दिखे कि ‘बीजेपी से पैसे लेकर हमें डिस्टर्ब मत करो…मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है।’
आंसू पोंछने का नाटक बंद कीजिये…
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने इस वीडियो को ‘टैग’ कर ट्वीट किया कि सोनभद्र के गरीबों का आंसू पोंछने का नाटक बंद कीजिये। उन्होंने लिखा कि ‘प्रियंका जी! आप सोनभद्र के गरीबों का आंसू पोंछने का नाटक बंद कीजिये, प्लीज!…मीडिया के स्वतंत्रता की दुहाई देने वाले कहां हैं, जब प्रियंका वाड्रा के सचिव एक पत्रकार के साथ बदसलूकी कर रहे हैं और वह कुछ नहीं बोल रहीं।…पर उत्तर प्रदेश सरकार पत्रकारों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।’
सोनभद्र में यह हुई घटना
भूमि पर कब्जे को लेकर उभ्भा गांव में 17 जुलाई को हुए नरसंहार में 10 लोगों की मौत हो गई थी व 28 घायल हो गए थे। इस मामले में जमीन कब्जा करने गए ग्राम प्रधान यज्ञदत्त भूर्तिया सहित 28 नामजद किए गए थे जबकि 50 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में अब तक कुल 55 की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस मामले में 19 जुलाई को जब प्रियंका पीडि़तों से मिलने सोनभद्र जा रही थीं तो उन्हें मीरजापुर में ही रोक लिया गया था। बाद में पीडि़तों को चुनार गेस्ट हाऊस में बुलाकर प्रियंका से मिलवाया गया था। तभी प्रियंका ने उभ्भा आकर पीडि़तों से मिलने का वादा किया था।