आजम का गढ़ बचाने पत्नी तंजीन उतरेंगी मैदान में, सपा ने उपचुनाव में रामपुर से बनाया प्रत्याशी

मुकदमों से घिरे समाजवादी पार्टी के सांसद मोहम्मद आजम खां के गढ़ रामपुर में होने वाले उपचुनाव में सपा का कब्जा बरकरार रखने की जिम्मेदारी उनकी पत्नी डॉ. तंजीन फातिमा पर होगी। आजम के सांसद चुने जाने से रिक्त रामपुर विधानसभा सीट पर सपा ने उनकी पत्नी डॉ.तंजीन फातमा को उम्मीदवार घोषित किया है। डॉ.तंजीन राज्यसभा की सदस्य हैं और संसद के उच्च सदन में उनका कार्यकाल 25 नवंबर, 2020 तक है। सपा ने विधानसभा उपचुनाव के लिए रविवार को डॉ.तजीन समेत कुल छह प्रत्याशी घोषित कर दिए। इन्हें मिलाकर समाजवादी पार्टी ने 10 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं, जहां 21 अक्टूबर को उपचुनाव होने हैं।

पार्टी ने अपने पूर्व विधायक सुधाकर सिंह को घोसी से प्रत्याशी बनाया है। अंबेडकरनगर की जलालपुर सीट से जिला पंचायत सदस्य रहे सुभाष राय को उम्मीदवार घोषित किया है। सपा ने इससे पहले 2012 और 2017 के विधानसभा चुनावों में उन्हें जलालपुर से प्रत्याशी घोषित करने के बाद उनका टिकट काटकर दूसरे उम्मीदवार उतारे थे। सपा के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव और अयोध्या मंडल के प्रभारी गौरव रावत को बाराबंकी की जैदपुर सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया है।

लोहिया वाहिनी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव निर्भय सिंह पटेल को चित्रकूट की मानिकपुर सीट से उम्मीदवार घोषित किया है। सपा ने बृजेश वर्मा पटेल को प्रतापगढ़ से उम्मीदवार बनाया है। बृजेश के पिता श्रीराम वर्मा अपना दल के टिकट पर 1996 में प्रतापगढ़ और 1999 में मछलीशहर से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं जबकि उनकी मां तारावती देवी ने 2002 में प्रतापगढ़ की गड़वारा सीट से अपना दल के टिकट पर चुनाव लड़ा था। बाद में उनका परिवार सपा में शामिल हो गया। सपा ने अलीगढ़ की इगलास सीट समझौते के तहत राष्ट्रीय लोक दल के लिए छोड़ी है।

रामपुर सीट पर सपा किसे प्रत्याशी घोषित करती है, इस पर पार्टी के भीतर और बाहर भी सबकी निगाहें लगी थीं। आजम यहां से नौ बार विधायक चुने गए हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार आजम और उनके समर्थक इस सीट पर किसी हिंदू को चुनाव लड़ाने के हिमायती थे। इसी सीट के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी व कन्नौज की पूर्व सांसद डिंपल यादव और चचेरे भाई व बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव के नाम भी चर्चा में थे। वहीं सपा नेतृत्व आजम खां के परिवार के किसी सदस्य को ही प्रत्याशी बनाये जाने का पक्षधर था। इस आधार पर कि मुकदमों में फंसे आजम खां के इस मुस्लिम बहुल गढ़ में उनके परिवारिक सदस्य को उम्मीदवार बनाए जाने पर मतदाताओं की सहानुभूति उसके पक्ष में उमड़ेगी।

आजम खां के रामपुर लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद खाली रामपुर सदर सीट समाजवादी पार्टी के साथ आजम खां के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है। इसी कारण उनकी डॉ. तंजीन फातिमा के लिए शुक्रवार को नामांकन पत्र खरीदा गया। समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सदस्य डॉ. फातिमा यहां से समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधानसभा का उप चुनाव लड़ेंगी। कल तंजीन के पर्चा खरीदने से कयास लगाए जा रहे हैं कि वह चुनाव लड़ेंगी।

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