करीब ढाई साल बाद आगामी 23 अक्टूबर को बीसीसीआइ चुनावों के साथ बोर्ड को नई शीर्ष संस्था मिलेगी और इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों की समिति (सीओए) का भी सफर समाप्त हो जाएगा। आइसीसी के पूर्व चेयरमैन और बीसीसीआइ के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने सीओए को और आइसीसी के मौजूदा चेयरमैन व पूर्व बोर्ड अध्यक्ष शशांक मनोहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बीसीसीआइ को कमजोर करने का आरोप लगाया है। बीसीसीआइ चुनाव और भारतीय क्रिकेट से जुड़े तमाम मुद्दों को लेकर एन. श्रीनिवासन से अभिषेक त्रिपाठी ने विशेष बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश :
-आपकी बेटी रूपा तमिलनाडु क्रिकेट संघ में बतौर अध्यक्ष कुर्सी संभालने वाली बीसीसीआइ की पहली महिला सदस्य हैं। क्या आपने उनके बीसीसीआइ में जाने के लिए कुछ रोड मैप तैयार किया है?
–रूपा एक योग्य और सक्षम महिला हैं। वह काफी सालों से इंडिया सीमेंट्स में उच्च पद पर हैं और उन्हें बड़ी जिम्मेदारियों को संभालने का अनुभव है। उनको किसी की मदद की जरूरत नहीं है। पढ़ी-लिखी होने के साथ-साथ वह समझदार भी हैं। वह अपने फैसले खुद ले सकती हैं। जहां तक बीसीसीआइ की बात है तो मैं इतना ही कहूंगा अभी तो उन्होंने तमिलनाडु क्रिकेट संघ की जिम्मेदारी संभाली है और वह उसी को पूरा समय देंगी।