UNHRC और UNGA सत्र के दौरान प्रदर्शन
बता दें कि, सितंबर में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNHRC) की बैठक के दौरान यूएन मुख्यालय के बाहर बलूचिस्तान में पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे मानवाधिकार हनन को लेकर प्रदर्शन हुआ था। यही नहीं इसके बाद सितंबर में ही संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र (UNGA) के दौरान भी न्यूयॉर्क में इमरान खान के भाषण के दौरान प्रदर्शन किया था।
बलूचिस्तानियों की जिंदगी भी कीमती है
इस दौरान विश्व बलूच संस्थान ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के हाथ में बैनर था, जिसमें लिखा था कि बलूचिस्तानियों की जिंदगी भी कीमती है। यहीं नहीं उन्होंने इस दौरान मामले में यूएन से दखल देने के लिए गुहार लगाई। साथ ही उन्होंने लापता हुए लोगों को वापस लाने की मांग की गई। यह कैंपेन पूरे राज्य में चला।
पाक सेना कर रही अत्याचार
बलूचिस्तानियों की आवाज को पाकिस्तानी सेना ने हमेशा अपनी ताकत से कुचलने की कोशिश की है। जनरल परवेज मुशर्रफ के शासनकाल से बलोच के लिए लड़ रहे लोगों को गायब होने का आरोप लगता रहा है। यही नहीं पाकिस्तानी सेना पर महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने का भी आरोप लगता रहा है। पाकिस्तान से आजादी की मांग कर रहे बलूच के लोग पहले भी यूएन के सामने पाकिस्तानी सेना की पोल खोल चुके हैं। वे लगातार पाकिस्तान से अलग होने में उनसे मदद की मांग करते हैं।