नोटिस की बाबत Congress विधायक अदिति बोलीं-नहीं मिला कोई नोटिस, पहले के नेताओं को क्यों नहीं भेजा गया

कांग्रेस के गढ़ रायबरेली से पार्टी के निर्णय के खिलाफ जाने वाली युवा विधायक अदिति सिंह के तेवर भी बागी हैं। पार्टी के बहिष्कार के बाद भी महात्मा गांधी की जयंती पर विधानमंडल के विशेष सत्र में भाग लेने वाली अदिति सिंह को कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता ने नोटिस भेजकर दो दिन में जवाब मांगा है। इस नोटिस की बाबत अदिति ने कहा कि उनको कोई नोटिस नहीं मिला है। पार्टी के नेता ने मीडिया में नोटिस दिया होगा। उनके तेवर पार्टी के इस बर्ताव के कारण बेहद तल्ख हैं।

महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर आहूत विधान मंडल के विशेष सत्र को लेकर कांग्रेस पार्टी में घमासान तेज हो गया। बहिष्कार के बावजूद सदन की कार्यवाही में शामिल होने पर पार्टी की विधायक अदिति सिंह को कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने अनुशासन तोडऩे का नोटिस भेजते हुए दो दिन में जवाब तलब किया है। उधर रायबरेली में कांग्रेसियों ने अदिति का कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया।

कांग्रेस दल नेता अजय कुमार लल्लू और उपनेता आराधना मिश्रा ने शुक्रवार को संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर बताया कि दो अक्टूबर को विधायकों को व्हिप जारी कर विशेष सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद भी रायबरेली से पार्टी की विधायक अदिति सिंह ने सदन की कार्यवाही में न केवल हिस्सा लिया वरन सदन को संबोधित भी किया। यह अनुशासनहीनता है।

उन्होंने कहा कि दो दिन में जवाब न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। अदिति नैतिकता और अपने विचारों की बात करती हैं तो इस्तीफा देकर चुनाव लड़ें, न कि पार्टी में रह कर अनुशासनहीनता करें। उनमें जरा भी नैतिकता है तो पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दें। इसके बाद भाजपा की गोद में बैठकर नैतिकता की लफ्फाजी करें।

अदिति ने कहा-नहीं मिला कोई नोटिस

कांग्रेस की ओर से नोटिस जारी करने पर विधायक अदिति सिंह ने कहा कि मुझे कोई कारण बताओ नोटिस नहीं मिला है। उन्होंने मीडिया में बांट दिया, लेकिन मुझे नहीं दिया गया। कांग्रेस विधानमंडल के नेता अजय लल्लू मेरे फोन का जवाब नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक राजेश सिंह और विधान परिषद सदस्य दिनेश सिंह के बारे में क्या हुआ, उनका कारण बताओ नोटिस कहां है। इससे पहले अदिति सिंह ने अनुच्छेद 370 हटाने के मोदी सरकार के फैसले का समर्थन किया था।

अदिति सिंह ने कहा कि पार्टी पहले बताये कि उन नेताओं को अब तक कोई नोटिस क्यों नहीं दिया गया जो खुलेआम पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि क्यों नहीं उनको पार्टी से निकाला गया और वो लोग क्यों पार्टी के सदस्य के रूप में काम कर रहे हैं । कांग्रेस विधायक ने पूछा कि मुझे क्यों टारगेट किया जा रहा है, इसलिए क्योंकि मैं एक महिला हूं । अदिति ने कहा कि सदन की कार्यवाही के दौरान हमने अपने भाषण में न तो कांग्रेस के खिलाफ कुछ कहा और न ही बीजेपी की तारीफ की। मैंने अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को सदन के सामने रखा, क्योंकि उन्होंने मुझे चुनकर यहां (विधानसभा) भेजा है। उनकी समस्याओं का समाधान करना मेरा पहला कर्तव्य है।

रायबरेली में भी अदिति के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन

रायबरेली में शुक्रवार दोपहर बाद पार्टी नेता और कार्यकर्ता नारे लिखीं तख्तियां लेकर कोतवाली रोड स्थित विधायक कार्यालय (जिसे कोठी भी बोला जाता है) के बाहर इकट्ठा होकर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठे। इसी बीच कोठी से अदिति सिंह के समर्थक भी बाहर निकल आए। उनकी कांग्रेसियों से भिड़ंत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात नियंत्रित कर लिए। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष वीके शुक्ल ने कहा कि ऐसे मौका परस्तों को पार्टी से निलंबित किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ कर गए एमएलसी के नक्शे कदम पर चलते हुए मौजूदा सदर विधायक कांग्रेस से विश्वासघात कर रहीं हैं। कांग्रेस के कार्यकर्ता रायबरेली में अपनी ही विधायक अदिति सिंह के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के मना करने के बाद भी विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लेने वाली कांग्रेस विधायक अदिति सिंह के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने जिले में विरोध प्रदर्शन किया और उनके इस्तीफे की मांग की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *