प्रो-पुअर टूरिज्म डेवलपमेंट। अर्थात गरीबों को ध्यान में रखकर उनके लिए आजीविका के साधन जुटाते हुए पर्यटन का विकास। आगरा में विश्व बैंक सहायतित प्रो-पुअर टूरिज्म डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में शामिल किए गए आगरा किला में साउंड एंड लाइट शो और होटल ताज खेमा के अपग्रेडेशन के कार्यों से योजना पर सवाल खड़े हो गए हैं। दोनों कार्य प्रोजेक्ट के उद्देश्य की कसौटी पर खरा नहीं उतरते हैं।
आगरा में विश्व बैंक सहायतित प्रो-पुअर टूरिज्म प्रोजेक्ट के तहत शाहजहां गार्डन में टूरिस्ट वॉकवे का निर्माण और कछपुरा व मेहताब बाग का समग्र विकास के प्रोजेक्ट इन दिनों चल रहे हैं। इसमें हाल ही में चार नए प्रोजेक्ट जोड़े गए हैं। इनमें आगरा किला में साउंड एंड लाइट शो और पर्यटन निगम के ताज पूर्वी गेट स्थित होटल ताज खेमा का अपग्रेडेशन भी शामिल हैं। ताज खेमा के अपग्रेडेशन पर 14.65 करोड़ रुपये और साउंड एंड लाइट शो के अपग्रेडेशन पर 12.7 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इन दोनों प्रोजेक्ट्स का गरीबों से कोई संबंध नहीं है। न ही इन दोनों के माध्यम से उनके लिए रोजगार के अवसरों का सृजन हो सकेगा और न ही उन्हें प्रशिक्षण मिलेगा इन दोनों कार्यों को प्रो-पुअर टूरिज्म डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में चुने जाने से प्रोजेक्ट के मूल उद्देश्य की पूर्ति नहीं हो सकेगी।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनूप कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रो-पुअर टूरिज्म डेवलपमेंट प्रोजेक्ट केवल गरीबी उन्मूलन की योजना नहीं है। पर्यटन सुविधाओं का भी विकास किया जाना है। इसीलिए यह योजना पर्यटन विभाग देख रहा है। इसमें पर्यटन स्थलों व धरोहरों के समीप वर्षों से निवास कर रहे गरीबों को रोजगार के साधन, काम के स्थल, प्रशिक्षण आदि भी उपलब्ध कराए जाने हैं।
पहले के प्रोजेक्ट में है व्यवस्था
कछपुरा व मेहताब बाग में हाउसहोल्ड टॉयलेट, सीवर लाइन बिछाने के साथ ही गरीबों के प्रशिक्षण की व्यवस्था उपलब्ध कराते हुए आर्टिजन सेंटर बनाया जाएगा। टूरिस्ट वॉकवे से भी हॉकर्स, वेंडर्स आदि के लिए आजीविका अर्जित करने के अवसर मिलेंगे।
नए जोड़े गए प्रोजेक्ट व उनकी लागत
-कछपुरा में आर्टिजन सेंटर फॉर लेदर, आर्टिफिशियल ज्वैलरी – 16.89 करोड़ रुपये
-मुगल म्यूजियम में सेंटर फॉर लिविंग ट्रेडिशंस – 18.86 करोड़ रुपये
-होटल ताज खेमा का अपग्रेडेशन – 14.65 करोड़ रुपये
-आगरा किला में साउंड एंड लाइट शो का अपग्रेडेशन – 12.70 करोड़ रुपये।