सोने में निवेश हमारी संस्कृति से जुड़ा हुआ है। भारतीय परिवार आज भी सोने में निवेश को तरजीह देते हैं, खास तौर से महिलाओं की यह पहली पसंद है। सोने ने एक साल में निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दिया है। गोल्ड फंड की बात करें तो इसने एक साल के दौरान 23 फीसद तक का रिटर्न दिया है। दिवाली से पहले आम तौर पर लोग जमकर सोने की खरीदारी करते हैं। धनतेरस का दिन इसके लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। हालांकि, जब आप गोल्ड बार, गोल्ड क्वाइन या आभूषण खरीदते हैं तो इसकी सुरक्षा का मुद्दा भी इससे जुड़ा होता है। आज, गोल्ड में निवेश कर मुनाफा कमाने के कई विकल्प उपलब्ध हैं। इसके लिए आपको न तो किसी दुकान जाने की जरूरत है और न ही यह चिंता करनी है कि सोना शुद्ध होगा या नहीं। आइए, सोने में निवेश के कुछ ऐसे ही ऑप्शंस की आज चर्चा करते हैं।
घर बैठे खरीदिए शुद्ध सोना
लगातार एडवांस्ड होती टेक्नोलॉजी ने शुद्ध सोने की खरीदारी आसान कर दी है। साथ ही, इसे सुरक्षित रखने का झंझट भी खत्म कर दिया है। घर बैठे आप न सिर्फ प्योर सोना खरीद सकते हैं बल्कि जब चाहें उसकी फिजिकल डिलिवरी भी पा सकते हैं। अगर आप बिना फिजिकल गोल्ड खरीदे ही उसकी कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव का फायदा उठाना चाहते हैं तो आपके पास गोल्ड ईटीएफ, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड आदि जैसे विकल्प हैं।
Gold ETF म्युचुअल फंडों का ही एक प्रोडक्ट है। इसकी ट्रेडिंग स्टॉक एक्सचेंजों पर की जाती है। इसे खरीदने के लिए आपके पास डीमैट खाता होना चाहिए। सेबी रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर जितेंद्र सोलंकी कहते हैं कि लिक्विडिटी यानी तरलता के नजरिये से गोल्ड ईटीएफ सोने में निवेश का एक अच्छा विकल्प है। जब आपको पैसों की जरूरत हो या मुनाफा कमाना चाहते है तो आप इसे कभी भी स्टॉक एक्सचेंजों पर बेच सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ की कीमतों में उतार-चढ़ाव गोल्ड की कीमतों पर निर्भर करता है। गोल्ड ईटीएफ में एकमुश्त या थोड़े-थोड़े पैसों का निवेश SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए नियमित अंतराल पर कर सकते हैं।
डिजिटल गोल्ड: अगर आप सोने के सिक्के और गोल्ड बार खरीदना चाहते हैं तो आपको किसी ज्वेलर के यहो जाने की जरूरत भी नहीं है। घर बैठे आप इनकी खरीदारी कर सकते हैं। पेटीएम, फोनपे, गूगल पे, मोबिक्विक जैसे मोबाइल वॉलेट के जरिये आप ‘डिजिटल गोल्ड’ की खरीदारी आसानी से कर सकते हैं। इस तरह का डिजिटल गोल्ड 99.9 फीसद तक शुद्ध होता है। गूगल पे, पेटीएम जैसे मोबाइल वॉलेट ने गोल्ड की बिक्री के लिए MMTC-PAMP से साझेदारी की हुई है। पेटीएम पर आप एक रुपये जितनी कम कीमत के गोल्ड की खरीदारी भी कर सकते हैं। आप चाहें तो इन मोबाइल वॉलेट से खरीदे गए सोने को बेच कर मुनाफा कमा लें या जरूरत होने पर अपने घर पर मंगवा लें।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB): भारत सरकार समय-समय पर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करती है। सोलंकी के अनुसार, गोल्ड में निवेश का यह सबसे बेहतरीन जरिया है। इसमें आपको पांच साल के लिए निवेश करना होता है। SGB पर 2.5 फीसद का गारंटीड रिटर्न तो मिलता ही है इसके अलावा आपको सोने की कीमतों में बढ़ोत्तरी का लाभ भी मिलता है। अगर आप पांच साल से पहले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड से पैसों की निकासी करना चाहते हैं तो आपको इसे स्टॉक एक्सचेंज पर बेचना होगा जहां इसकी ट्रेडिंग की जाती है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB): सरकार समय-समय पर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करती है। सेबी रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर जितेंद्र सोलंकी कहते हैं कि सोने में निवेश करने का यह बेहतरीन जरिया है अगर आप पांच साल तक का नजरिया रखते हैं। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर सालाना 2.5 फीसद का गारंटीड रिटर्न मिलता है, इसके अलावा कीमत बढ़ने का फायदा तो है ही। अगर आप पांच साल से पहले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड से निकलना चाहते हैं तो इसके लिए आपको स्टॉक एक्सचेंज का सहारा लेना होगा जहां इसकी ट्रेडिंग की जाती है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सब्सक्रिप्शन के लिए 21 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक खुलेगा। आप इसमें निवेश कर सकते हैं।
गहने और गोल्ड बार: सोलंकी के अनुसार, गोल्ड में इन्वेस्टमेंट के लिहाज से आभूषण से बेहतर विकल्प है गोल्ड बार या गोल्ड क्वाइन। टैक्स और इन्वेस्टमेंट एडवाइजर बलवंत जैन भी कहते हैं कि आभूषण में आपको ज्यादा मेकिंग चार्ज और उस पर जीएसटी देना होता है। अगर, विवाह जैसे उपलक्ष्य के लिए कोई आभूषण खरीदना चाहता है तो उसे किसी जाने-माने और प्रतिष्ठित ज्वेलर से ही गहनों की खरीदारी करनी चाहिए।
ऐसे जांचें सोने की शुद्धता
जैन के अनुसार, सोने की शुद्धता की टेस्टिंग के लिए आजकल सर्राफा बाजार में कैरेटोमीटर आसानी से मिल जाता है। यह मशीन कुछ ही मिनटों में आपको यह बता देता है कि आपका सोना कितने कैरेट का है। आमतौर पर आभूषणों के लिए 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें 91.66 फीसद सोना होता है।