सीरिया पर तुर्की के हमलों पर भारत की कड़ी प्रतिक्रिया ने खाड़ी के समीकरण बदल दिए हैं। भारत में सीरिया के राजदूत रियाद कामेल अब्बास ने भारत के बयान का स्वागत किया है। कहा, अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भारत की मजबूत आवाज है। तुर्की के हमलों की निंदा से भारत के सीरिया से रिश्ते और मजबूत हुए हैं। भविष्य में हम अपना सहयोग और बढ़ाएंगे।
भारत ने तुर्की के एकतरफा हमले का विरोध करते हुए इससे क्षेत्र में अशांति का दौर शुरू होने का खतरा जताया था। सीरियाई राजदूत ने कहा, जम्मू-कश्मीर भारत का अंग है और भारत ने नागरिकों के हित में वहां से अनुच्छेद 370 हटाया है। यह पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला है और इस पर किसी अन्य देश को बोलने का अधिकार नहीं है।
आतंकवाद का समर्थन करने वाला देश है तुर्की
अब्बास ने कहा कि तुर्की आतंकवाद का समर्थन करने वाला देश है और जो देश उसे समर्थन दे रहे हैं, वे भी आतंकवाद समर्थक हैं। उल्लेखनीय है कि तुर्की के हमलों का पाकिस्तान ने समर्थन किया है। जम्मू-कश्मीर मसले पर तुर्की भी पाकिस्तान का साथ दे रहा है। तुर्की ने जम्मू-कश्मीर मसला संयुक्त राष्ट्र में भी उठाया था।
सिरायई राजदूत अब्बास ने कहा कि भारत सरकार मजबूत सरकार है जिसकी बातें दुनिया में सुनी जाती है। इसके साथ उन्होंने कहा कि भारत सरकार दवा, छात्रों के लिए वजीफा देकर सीरिया की मदद करती है।
भारत और सीरिया के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा
भारत और सीरिया संबंधो पर उन्होंने कहा कि वे भारत के विदेश मंत्री से मिले हैं। दोनों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी र्चा हुई है। सीरिया ने सीमा पार आतंकवाद के मसले पर भारत के रुख का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से उन्हें दवा, खाद्य पदार्थ और जरूरी सामानों की सप्लाई जारी रखने का भरोसा मिला है।