देश की अर्थव्यवस्था में सुस्ती को दूर करने के लिए मोदी सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इसी बीच, एक अंग्रजी अखबार में लिखे अपने लेख में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति परकला प्रभाकर ने केंद्र सरकार को यह सलाह दी है कि वह पीवी नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह के इकोनॉमिक मॉडल को अपनाएं। उन्होंने सरकार से कहा है कि पीवी नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह की नीतियों से सरकार को सीख लेनी चाहिए।
उन्होंने अपने लेख में कहा है कि सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि एक के बाद एक सेक्टर संकट का सामना कर रहे हैं। देश के अर्थव्यवस्था की हालत लगातार खराब हो रही है।
आपको बता दें कि सीतारमण के पति और आंध्र प्रदेश सरकार के पूर्व संचार सलाहकार पराकला प्रभाकर हैदराबाद की एक निजी कंपनी राइट फोलियो के मैनेजिंग डायरेक्टर भी हैं।
पति के बयान पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की प्रतिक्रिया भी आई है। उन्होंने कहा कि 2014 से 2019 के बीच कई मूलभूत आर्थिक सुधार किए गए है। उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (GST) कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान लागू नहीं हो पाया। IBC और आधार को व्यापक बनाया गया। इसके अलावा, उज्ज्वला योजना से 8 करोड़ महिलाओं को फायदा पहुंचा है। बजट में टैक्स में कई तरह के सुधार किए गए हैं। 1 अक्टूबर के बाद कारोबार की शुरुआत करने वालों को दुनिया में सबसे कम टैक्स भारत में देना होगा। यह सब जानते हैं। अगर इसकी तरीफ की जाती तो अच्छा रहता।