बॉलीवुड एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर ने कहा है कि बॉलीवुड में ‘कबीर सिंह’ और जोकर के फीमेल वर्जन वाले किरदार भी होने चाहिए, जो महिलाओं के स्वाभाविक रुप को दिखाते हों। साथ ही उन्होंने अपना पक्ष रखा है कि बॉलीवुड में महिलाओं के लिए और अधिक किरदार होने चाहिए। साथ ही जाह्नवी ने महिलाओं को दिए जाने वाले रोल को लेकर बातचीत की।
मुंबई में आयोजित हो रहे मामी फिल्म मेला के दौरान जाह्नवी ने कहा, ‘समय बदल रहा है, लेकिन अब महिलाओं के लिए थोड़े कम साफ-सुथरे रोल भी आने की जरूरत है। अगर भारत के संदर्भ के बारे में बात करें तो मैं ‘बंदिनी’ में नूतन के किरदार के बारे में सोच सकती हूं। बता दें कि साल 1963 में आई फिल्म बंदिनी में नूतन ने एक युवा कैदी का किरदार निभाया था, जिसमें उनका अभिनय आज भी यादगार है।
जब जाह्नवी से पूछा गया कि एक्टिंग में उन्हें क्या सबसे ज्यादा अच्छा लगता है तो उन्होंने कहा, ‘कैमरे के आगे होने से मुझे खुशी महसूस होती है। मुझे यात्रा करना और काम के दौरान मिलने वाला अनुभव मुझे बेहद पसंद है।’ इसके साथ ही उन्होंने इवेंट के दौरान अपनी मां श्रीदेवी को भी याद किया और उनसे जुड़ी कुछ यादों को लोगों के साथ शेयर किया।
जाह्नवी ने बताया, ‘मेरी मां हमेशा कहती थीं कि आप जो भी सोचते और दिल में रखते हो वो आपके चेहरे पर नजर आता है। इसलिए एक अच्छे कलाकार को अपने मन से एक अच्छा इंसान भी होना चाहिए क्योंकि कैमरे में सब कैद हो जाता है।’ वहीं जाह्नवी कपूर के करियर की बात करें तो उन्होंने फिल्म धड़क के साथ डेब्यू किया था। अब वे जल्द ही ‘करगिल गर्ल: गुंजन सक्सेना’, ‘रूही आफ़्जा’, ‘दोस्ताना 2’ में नजर आने वाली हैं।