मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण, सुरक्षा व आर्थिक उन्नयन के लिए 50 से अधिक योजनाएं चला रही हैं। इनकी जानकारी जरूरतमंद महिलाओं तक पहुंचाने के साथ प्रभावी निगरानी भी की जाए। इसके लिए सरकार ने जिलों में महिला नोडल अधिकारी बना दिए हैं। हर जिले में महिला अफसरों की टीम योजनाओं की समीक्षा करने के साथ ही उन्हें जागरूक करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला अधिकारियों की टीम 18,19 और 20 अक्टूबर को आवंटित जिलों में जाकर योजनाओं की समीक्षा करेंगी। साथ ही महिलाओं से योजनाओं का फीडबैक लेकर विस्तृत रिपोर्ट उन्हें 25 अक्टूबर से पहले सौंपेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि 25 अक्टूबर को कन्या सुमंगला योजना शुरू होगी। इससे पहले सभी महिला अधिकारी अपने जिले की महिलाओं को इस योजना की जानकारी दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं से जुड़ी शासन की कई ऐसी योजनाएं हैं जिनके बारे में जिलों में महिलाओं को जानकारी नहीं है। ऐसे में नामित तीन सदस्यीय महिला नोडल अधिकारियों की टीम जिलों में जाकर उन्हें जागरूक करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्ज्वला योजना हो या तीन तलाक, सभी को लेकर गोष्ठी की जा सकती है। शासन की कई योजनाएं विभाग तक ही सीमित हैं, उन्हें प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है। महिलाओं के प्रति कहीं कोई भेदभाव हो रहा है तो उसे दूर करने के उपाय किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में मिशन इंद्रधनुष, मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर, आंगनबाड़ी केंद्रों के अलावा तमाम ऐसी योजनाएं हैं जिनकी स्थिति उस जिले में क्या है इसको लेकर रिपोर्ट तैयार की जाए। महिलाओं और बालिकाओं को सुरक्षा के बारे में जागरूक करें। हमें अपनी योजनाओं को इवेंट के तौर पर प्रस्तुत करना चाहिए जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को योजनाओं के बारे में जानकारी मिल सके। महिला संबंधी इन कार्यक्रमों के साथ महिला अधिकारियों को जोडऩा प्रदेश सरकार की यह नई पहल है। हम इसे सफलता की एक नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे। मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव बेसिक रेणुका कुमार सहित कई अन्य अफसर भी थे। सिलसिलेवार आगे बढ़ा रही है।