राम जन्मभूमि पर मालिकाना हक के मुकदमे की 40 दिन तक रोजाना चली सुनवाई बुधवार को पूरी होने के बाद अब बारी रामनगरी अयोध्या की है। सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों की बहस सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।
रामजन्मभूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में रामनगरी एक बड़ी अग्निपरीक्षा के लिए तैयार हो रही है। राममंदिर आंदोलन के बाद अयोध्या हर साल विवादित ढांचा ध्वंस की बरसी पर अपने संयम और सद्भाव की परीक्षा देती है, लेकिन समय जब इस विवाद के फैसले का हो तो इम्तिहान थोड़ा कठिन होता है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में अंतिम सुनवाई के बाद बहस पर विराम लग गया। अब शेष बचा तो निर्णय आना। मुकदमे को लेकर जैसे-जैसे अदालती कार्रवाई पूरी हो रही है, वैसे-वैसे रामनगरी के सौहार्द को सहेजने की ङ्क्षचता बढ़ती जा रही है। प्रशासन ने अभी से अयोध्या में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
कोई नापाक नजर अयोध्या को न देख सके, इसके लिए ड्रोन तक पर पाबंदी लगा दी गई है। सुरक्षा बलों की बढ़ती आमद सन्निकट पाबंदियों का एहसास कराने लगी हैं। ऐसे में रामनगरी धैर्य बांधे खड़ी है। फिलहाल निर्णय जो भी हो, इस मुद्दे पर दोनों पक्षों की ओर से मिल रहा सद्भाव का संकेत रामनगरी को राहत देने वाला है। पुलिस व प्रशासन भी दोनों पक्षों से संवाद स्थापित करने में लगा है। फैसले को लेकर लोगों में उत्सुकता है।