बकरीद से लेकर रक्षा बंधन व स्वतंत्रता दिवस का त्योहार मनाकर वापस दिल्ली और मुंबई लौट रहे यात्रियों की राह आसान नहीं है। रेलवे के दिल्ली की स्पेशल ट्रेन चलाने के इंतजाम कम पड़ गए। लखनऊ मेल का तत्काल प्रीमियम का किराया विमान से अधिक हो गया। जबकि विमान का दिल्ली और मुंबई का किराया सातवें आसमान तक जा पहुंचा।
लखनऊ से दिल्ली और मुंबई की ट्रेनों में एसी व स्लीपर क्लास में लंबी वेटिंग है। शनिवार की ट्रेनों का तत्काल सुबह 10 बजे खुलते ही मात्र 40 सेकेंड में फुल हो गया। तत्काल प्रीमियम में लखनऊ मेल का स्लीपर का टिकट 955 रुपये, एसी थ्री का 2580 और एसी सेकेंड का किराया 3330 रुपये का हो गया। इन स्टेशनों के लिए लखनऊ मेल का स्लीपर का सामान्य किराया 315, एसी थर्ड का 815 और एसी सेकेंड का 1150 रुपये होता है। जबकि इस रूट पर विमानों का सामान्य किराया 2500 रुपये रहता है। हालांकि रविवार को विमान का किराया 11 हजार रुपये के करीब हो गया है।
इसी तरह मुंबई की ट्रेनों का तत्काल प्रीमियम का पुष्पक एक्सप्रेस का स्लीपर का टिकट 1855, कुशीनगर का 1805 और गोरखपुर एलटीटी का 1835 का बिका। एसी थर्ड का पुष्पक एक्सप्रेस का किराया 4730, कुशीनगर का 3875 और गोरखपुर एलटीटी का 3925 रुपये रहा। एसी सेकेंड का पुष्पक का किराया 5255, कुशीनगर एक्सप्रेस का 4960 और गोरखपुर एलटीटी का किराया 5005 रुपये रहा। लखनऊ से मुंबई का स्लीपर का सामान्य किराया 605, एसी थर्ड का 1605 और एसी सेकेंड का किराया 2325 रुपये होता है।
इन ट्रेनों में वेटिंग भी नहीं
शनिवार को नई दिल्ली के लिए एसी एक्सप्रेस की एसी 3 की तत्काल वेटिंग 95 पहुंचकर रिग्रेट हो गई। इसी तरह रविवार को 12225 कैफियात एक्सप्रेस की स्लीपर, एसी सेकेंड व एसी थर्ड की जबकि 14257 काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस की एसी सेकेंड की वेटिंग रिग्रेट चल रही है।
चेयरकार में भी उम्मीद नहीं
बिना एसी वाली गोमती एक्सप्रेस की सेकेंड सीटिंग क्लास की वेटिंग 140 हो गई है। जबकि एसी चेयरकार में 83 व एसी सेकेंड में वेटिंग 31 पहुंच गई। वहीं शताब्दी एक्सप्रेस में 128 और एसी डबल डेकर की वेटिंग 149 हो चुकी है।