हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के पांच दिन बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उनके परिवारीजन को आर्थित मदद का एलान किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमलेश तिवारी के परिवार की मदद के लिए उनकी पत्नी को 15 लाख रुपये देने के निर्देश दिये हैं। साथ ही सीतापुर जिले के महमूदाबाद क्षेत्र में एक आवास देने का भी निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आला अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि कमलेश तिवारी की हत्या में गिरफ्तार मुख्य आरोपितों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रभावी कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि इस हत्या की साजिश में शामिल अभियुक्तों के खिलाफ प्रभावी अभियोजन की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
बता दें कि कमलेश तिवारी की हत्या के मुख्य आरोपित अशफाक शेख और मोईनुद्दीन पठान को राजस्थान की सीमा पर शमलाजी के पास से गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपितों को लखनऊ लाने के लिए यूपी पुलिस की चार सदस्यीय टीम गुजरात पहुंची है। वहां कोर्ट में पेश होने के बाद दोनों हत्यारों की 72 घंटो की ट्रांजिट रिमांड मिल गई है। अब यूपी पुलिस दोनों हत्यारों को लेकर लखनऊ आ रही।
लखनऊ के खुर्शेदबाग में 18 अक्टूबर को दिनदहाड़े कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी। वह अयोध्या मामले को हिंदू महासभा की तरफ से देख रहे थे। हत्यारों ने कमलेश तिवारी के बायें जबड़े पर गोली मारने के बाद गला रेत दिया। गोली पीठ में जाकर फंस गई। इसके बाद धारदार हथियार से गला रेत दिया और श्वास नली कटने से मौत हुई। उनके शरीर के ऊपरी हिस्से में 13 घाव चाकू के वार से हैं। वारदात के बाद हत्यारे पैदल ही भाग निकले। गुजरात एटीएस के डीआइजी हिमांशु शुक्ला के नेतृत्व में काम कर रही टीम ने कमलेश के हत्यारोपित ग्रीन व्यू अपार्टमेंट सूरत निवासी अशफाक हुसैन जाकिर हुसैन शेख (34) और लो कास्ट कालोनी सूरत निवासी मोईनुद्दीइन खुर्शीद पठान (27) को पकड़ा है।