भारतीय टीम अपने पहले डे नाइट टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयार है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने ऐतिहासिक फैसले करते हुए भारत और बांग्लादेश के बीच कोलकाता में पहला डे नाइट टेस्ट कराने का फैसला लिया है। अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इसके आयोजन का फैसला तो कर लिया है और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने भी इसके लिए हामी भर दी है लेकिन इसका आयोजन इतना आसान नहीं होने वाला।
डे नाइट टेस्ट खेलने के लिए बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने मंगलवार को हामी भरी और इसके बाद से बीसीसीआई अध्यक्ष ने सफल आयोजन की प्लानिंग शुरू कर दी। सबसे पहले उन्होंने मैच में इस्तेमाल किए जाने वाले पिंक बॉल पर फैसला लिया। बॉल को लेकर काफी चर्चा हो रही है और मैच में इसको लेकर कोई परेशानी ना हो गांगुली इसे पक्का करना चाहते हैं।
10 दिन के भीतर तैयार हो जाएं पिंक बॉल
भले ही इस वक्त पिंक बॉल बनाने वाली कंपनी की कुछ खामियां सामने हो लेकिन बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अधिकारियों से इसे दुरुस्त करने की हिदायद दी है। जानकारी के मुताबिक गांगुली चाहते हैं कि पिंक बॉल से जुड़ी जो भी परेशानी है उसे अगले 10 दिन के भीतर हल कर लिया जाए।
अध्यक्ष चाहते है कि पिंक से जुड़ी सारी परेशानियों का हल अगले 10 दिन में सुलझा लिया जाए। ऐसा इसलिए है ताकि भारत और बांग्लादेश की टीमों के बॉल के साथ मैच से पहले प्रैक्टिस करने का प्रयाप्त समय मिल जाए। कोलकाता के इडन गार्डन्स पर भारत और बांग्लादेश के बीच डे नाइट टेस्ट खेला जाना है। यह मैच 22 से 26 नवंबर के बीच खेला जाना है।
आईएएनएस से बात करते हुए सूत्र ने इस बात की जानकारी दी कि गांगुली चाहते हैं कि बीसीसीआई की टीम ज्यादा से ज्यादा पिंक बॉल बनवाए और यह अगले 10 दिन में किया जाए। उन्होंने कहा, “हां अध्यक्ष इस बात के इच्छुक हैं कि हम यह मैच SG के पिंक बॉल के साथ ही खेलें।”