शहर में मोमो की दुकान चला कर अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाले हुकुलगंज निवासी किशन गुप्ता ने बुधवार की दोपहर अपनी गर्भवती पत्नी और दो बच्चों सहित फांसी के फंदे पर लटकर कर जान दे दी। एक ओर जहां किशन और पत्नी ने खुद की जान फांसी लगा कर दी वहीं बाकी बच्चों द्वारा जहर खाकर जान देने की घटना से क्षेत्र में सनसनी है। हृदय विदारक इस घटना को सुन कर हुकुलगंज में जनसैलाब उमड़ पड़ा। जानकारी होने के बाद मौके पर मंडलायुक्त, एसएसपी, एसपी सिटी, एडीएम सिटी सहित अन्य अधिकारी पहुंचे थे।
सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस के अनुसार मौके पर मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि ‘बीमारी से तंग आकर आत्महत्या कर रहा हूं’। हालांकि पुलिस अात्महत्या के अन्य पहलुआें की भी पड़ताल कर रही है। दोनों बच्चों के शव बेड पर मिले हैं वहीं पति पत्नी का शव फंदे के सहारे लटकता मिला है। मौके पर साक्ष्य संकलन के लिए फॉरेंसिक टीम भी पहुंची और आवश्यक जांच पड़ताल भी की। वहीं पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
आर्थिक तंगी भी बनी वजह
परिवार में चार लोगों की मौत के बाद हड़कंप मच गया, वहीं पिता अमरनाथ गुप्ता के अनुसार दुकान का किराया आदि यही बेटा लेता था। छोटी बहन की शादी में बहुत कर्जा हो गया था और सप्ताह भर से किशन बहुत परेशान था। जबकि भाई का कहना है किशन के ऊपर बहुत कर्ज था, इस वजह से वह काफी समय से परेशान चल रहा था। वहीं तीन भाई और दो बहनों में किशन परिवार में सबसे बड़ा था। इस तरह अचानक बिना परिवार में किसी चर्चा के पूरे परिवार सहित जान देने की घटना के बाद से ही परिवार में मातम की स्थिति है।
हादसे की हुई जानकारी
परिजनों के अनुसार तुलसी निकेतन से ठीक आगे स्थित मकान में मोमो बेचकर जीवन यापन करने वाले किशन गुप्ता (32), नीलम (28) अौर दो बच्चे क्रमश: शिखा (5), उज्जवल (6) थे। बुधवार की दोपहर किशन गुप्ता और नीलम ने फंदे पर लटक कर जान दे दी तो दूसरी ओर दोनों बच्चे बिस्तर पर मृत मिले हैं। पिता के अनुसार किशन ने सुबह 10 बजे मकान के ऊपर स्थित कमरे से मां को फ़ोन करके दाल चावल बनाने को कहा था। 12 बजे छोटा भाई प्रकाश खाने के लिए बुलाने गया तो कमरे के अंदर का हाल देखकर चिल्लाया। इसके बाद सभी को जानकारी हो सकी।