प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत हो रहे कार्यों की समीक्षा करने के लिए शहर आ सकते हैं। बैठक में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के मुख्यमंत्री भी भाग लेंगे। गंगा को निर्मल बनाने के लिए और क्या उपाय किए जा सकते हैं इस पर मंथन होगा। प्रधानमंत्री शहर के उद्यमियों, चिकित्सकों से संवाद भी करेंगे। उनके कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर डीएम विजय विश्वास पंत ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट में बैठक की।
गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए नमामि गंगे अभियान के तहत नालों को बंद करने का कार्य किया जा रहा है। साथ ही बिठूर, जाजमऊ समेत कई जगहों पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों की स्थापना का कार्य हो रहा है। इन कार्यों की गति बहुत अच्छी नहीं है। अब प्रधानमंत्री आ रहे हैं तो वह घाटों का निरीक्षण तो करेंगे ही गंगा बैराज स्थित अटल घाट पर मां गंगा की आरती कर सकते हैं। पीएम जाजमऊ के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व सीसामऊ नाला देखने जा सकते हैं। डीएम ने बैठक में नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जल निगम के अफसरों से कहा कि जो भी कार्य होने हैं तत्काल पूरे किए जाएं।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डा. एसबी फ्रैंकलिन से उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि जब टेनरियां बंद हैं तो फिर उनका कचरा गंगा में कैसे जा रहा है। निरीक्षण करें और जो टेनरियां चलते हुए मिलें उनके संचालकों पर कार्रवाई करें। जल निगम के अफसरों से कहा कि वे सीवर लाइन सफाई का कार्य निर्धारित अवधि में पूरा कर लें। जल संरक्षण को लेकर रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वेस्ट वाटर रिसाइक्लिंग, झील और तालाबों को फिर से जीवित करने के साथ ही उनको संवारने का कार्य तेज करने का आदेश दिया।
पांच को आएंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच नवंबर को शहर आएंगे। वे गंगा से जुड़े कार्यों की समीक्षा करेंगे। घाटों व सीसामऊ नाले का निरीक्षण मुख्यमंत्री कर सकते हैं।