भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को यादगार बनाने के लिए आज देश के अलग-अलग हिस्सों में कार्यक्रमों को आयोजन किया गया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के केवाड़िया में आयोजित एकता दिवस परेड में शामिल हुए। यहां लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने जो भी शब्द कहें हैं वह काफी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पटेल जब एकता का मंत्र लेकर निकले थे तो सभी उनकी छत्रछाया में खड़े हो गए थे। चलिए जानते है उनके भाषण से जुड़ी 10 बड़ी बातें
भाषण की दस बड़ी बातें
– पीएम ने अपने संबोधन में सरदार पटेल को याद करते हुए कहा कि हमेशा याद रखना होगा कि शताब्दियों पहले, तमाम रियासतों को साथ लेकर, एक भारत का सपना लेकर, राष्ट्र के पुनुरुद्धार का सफल प्रयास चाणक्य ने किया था। चाणक्य के बाद यदि कोई और ये काम कर पाया है तो वो सरदार पटेल ही थे।
– आज पूरी दुनिया भारत की बात गंभीरता से सुनती है, अज यदि विश्व मंच पर हमारा प्रभाव और सदभाव, दोनों बढ़ रहा है, तो इसका सिर्फ एक ही कारण है और वो है हमारी एकता। इतना ही नहीं आज भारत दुनिया की बड़ी आर्थिक ताकत है, ये भी सिर्फ हमारी एकता की वजह से ही है। 21 वीं सदी में हमारी यहीं एकता भारत के विरोधियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है।
– पीएम ने कहा कि सरदार साहेब के आशीर्वाद से इन ताकतों को परास्त करने का एक बहुत बड़ा फैसला देश ने कुछ ही हफ्ते पहले लिया है। जम्मू-कश्मीर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 ने जम्मू और कश्मीर को आतंकवाद और अलगाववाद के अलावा कुछ नहीं दिया है। यहां दशकों तक आतंकवाद ने करीब 40 हजार लोगों की जान ले ली।
अनुच्छेद 370 ने भारतीयों के बीच में एक अस्थाई दीवार बना रखी थी। हमारे जो भाई-बहन इस अस्थाई दीवार के उस पार थे, वो भी असमंजस में रहते थे। इसी कारण कश्मीर में अलगाववाद और आतंकवाद बढ़ा रही थी। अब वो दीवार गिरा दी गई है।
– पीएम बोले की सरदार पटेल ने कहा था कि यदि कश्मीर के मुद्दा उनके पास रहा होता तो वह सभी भी उसे सुलझाने में देरी नहीं करते। आज उनकी जयंती है, मैं अनुच्छेद 370 को हटाने का ये फैसला सरदार साहेब को समर्पित करता हूं।
– हमें इस बात की खुशी है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, एक नए भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। हाल ही में वहां पर ब्लॉक डवलपमेंट काउंसिल के चुनाव में 98 प्रतिशत पंचों-सरपंचों हिस्सा लिया। ये अपने आप में एक बड़ा संदेश है। अब जम्मू कश्मीर में एक राजनीतिक स्थिरता आएगी। निजी स्वार्थ के लिए जो सरकार बनाने और गिराने का खेल हुआ करता था अब वह बंद होगा।
– अब जम्मू-कश्मीर में अब Co-Operative Federalism की असली भागीदारी देखने को मिलेगी। नए कॉलेज, नए अस्पताल, नए हाईवे, नई रेलवे लाइनें, नए स्कूल ये राज्य को विकास की नई ऊँचाई पर ले जाएंगे।
पीएम ने कहा कि हम सरदार साहेब से मिली प्रेरणा से ही संपूर्ण भारत के Emotional, Economic और Constitutional Integration पर जोर दें रहे हैं। इस प्रयास के बिना हम 21वीं सदी के विश्व में भारत की मज़बूती की कल्पना नहीं कर सकते हैं।
– नार्थ ईस्ट पर बोलते हुए पीएम मोदी बोले की आज आज नॉर्थ ईस्ट का अलगाव, लगाव में बदल रहा है। दशकों से जो समस्याएं चली आ रही थी वह अब समाधान की तरफ बढ़ रही हैं। हिंसा और ब्लॉकेड का जो एक लंबा दौर था उससे अब नॉर्थ ईस्ट को मुक्ति मिल गई है।
– अपने भाषण के अंत में पीएम मोदी ने कहा कि मै पूरे देश का का आह्वान करता हूं, कि आइए हम उस पुरातन उद्घोष को याद करते हुए आगे बढ़ें, जिसने हमें हमेशा प्रेरित किया है। सं गच्छ-ध्वं, सं वद-ध्वं, सं वो मनांसि जानताम् यानि, हम सभी साथ मिलकर चलें, एक स्वर में बात करें, एक मन के साथ आगे बढ़ें।