जनपद श्रावस्ती के लेगंड़ी गूलर चौराहा के पास गोपाल पुर मे आयोजित किया गया डाक्टर भीमराव अम्बेडकर के जीवन पर आधारित कार्यक्रम के अन्तर्गत यह बताया गया कि पहले समाज में कैसी कैसी कुरितिया एंव छुवाछूत का प्रभाव था एंव दलितो पिछडों को किसी भी प्रकार का उनको उठने बैठने खाने पीने पढने लिखने यहाँ तक कि छूने का अवसर नहीं मिला था बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर का एक दलित परिवार मे जन्म हुआ था इन्हें स्कूल के बाहर बैठाया जाता था अपनी पढाई इंलैड पूरी करने के बाद इन्हें संबिधान लिखने का अवसर मिला तब इन्होंने दलित पिछड़ो को मान सम्मान दिलाई आज वो हर गरीब लाचार दलित पिछड़ो के भगवान है इस प्रोग्राम के माध्यम से सभी को बताया गया