अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अमेरिका में अगले साल 2020 या 2021 में बड़ी मंदी आ सकती है। आर्थिक विशेषज्ञों के बीच एक सर्वे हुआ था जिसमें बहुमत की राय थी कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था मंदी के कगार पर खड़ी है। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने देश में मंदी आने की खबरों का विरोध किया है। न्यूज एजेंसी पीटीआइ के अनुसार, फेडरल रिज़र्व के हालिया प्रयासों से मंदी का यह समय थोड़ा पीछे हो गया है।
इस संबंध में डोनॉल्ड ट्रंप ने रविवार को संवाददाताओं से कहा, ‘मैं हर बात के लिए तैयार हूं। मुझे नहीं लगता कि हम मंदी में पड़ेंगे। हम बहुत अच्छा चल रहे हैं। हमारे उपभोक्ता धनी हैं। मैंने उन्हें टैक्स में जबरदस्त छूट दी है उनके पास खूब पैसा है और वे खरीदारी कर रहे हैं। मैंने वॉलमार्ट के आंकड़े देखें हैं और उन्हें छप्पर फाड़ आमदनी हो रही है।’’
उधर अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व भी इस तरह के संकेत दे रहा था कि वह आने वाले समय में अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंता में है। इस मंदी के संबंध नें NABE के अध्यक्ष और KPMG के मुख्य अर्थशास्त्री कांस्टैंस हंटर ने कहा कि सर्वे रपट में कहा गया है कि मौद्रिक नीति में बदलाव से अर्थव्यवस्था में विस्तार का दौर कुछ और समय तक चल सकता है। हंटर ने कहा कि मंदी 2020 में आएगी या 2021 में, इसको लेकर विशेषज्ञों की राय अलग-अलग है।
इस सर्वे में 38 फीसदी विशेषज्ञों का कहना था कि अमेरिका अगले साल मंदी में पड़ सकता है, जबकि 34 फीसदी विशेषज्ञों ने कहा कि इससे अगले साल यानी 2021 से पहले मंदी नहीं आएगी। इन अर्थशास्त्रियों को चीन के साथ कोई भी व्यापार समझौता होने को लेकर भी बड़ा संदेह है।