वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वीकारी मंदी की बात, कहा- इससे निकल रहे हैं हम

 देश में मंदी की सुगबुगाहट के बीच वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण कर अधिकारियों सहित उद्यमियों व कारोबारियों से मिलने के क्रम में मंगलवार को प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में थीं। देश में मंदी के मसले पर वे दुविधा में दिखीं। उद्यमियों व कारोबारियों से संवाद के दौरान स्वीकार किया कि इन दिनों मंदी की जो बातें सुनने को आ रही हैं, हम उससे जरूर बाहर आ रहे हैं। हमारी तरफ से अच्छा काम हो रहा है। इसके तत्काल बाद प्रेसवार्ता में मंदी के सवाल पर गोलमोल जवाब दिया। बोलीं, पूरी दुनिया में मंदी जैसे हालात हैं। भारत पर उसका असर कितना और किन वजहों से पड़ रहा है यह चर्चा का विषय है। हमें देखना होगा कि भारत पर यह प्रभाव दुनिया में आई आर्थिक मंदी के चलते है या देश के भीतर की कोई वजह है। 

सीतारमण ने कहा, हमारा देश दुनिया में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। बजट के जरिए भी सभी सेक्टर को सशक्त करने की कोशिश की गई है। वित्तमंत्री ने माना कि इंडस्ट्रीज खासकर ऑटोमोबाइल सेक्टर से मंदी की सूचनाएं आ रही हैं। उन्होंने कहा कि हम इंडस्ट्रीज से इनपुट ले रहे हैं। सरकार उनकी समस्याओं का समाप्त करने के लिए साथ खड़ी है। जो आवश्यकता होगी वह मदद की जाएगी।

वित्तमंत्री ने आयकर, सीजीएसटी, केंद्रीय उत्पाद शुल्क व कस्टम के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ संवाद के दौरान कहा कि विभागों और उनके अधिकारियों को अपनी छवि सुधारनी चाहिए। आप अपनी ड्यूटी करते हैं लेकिन छवि ऐसी बन गई है जैसे करदाताओं का उत्पीडऩ कर रहे हैं। आप ऐसा व्यवहार रखें कि करदाता बिना झिझक के अपनी परेशानियों को बता सके।

विजयादशमी से फेसलेस सिस्टम

सीतारमण ने घोषणा की कि विजयादशमी पर फेसलेस सिस्टम की शुरुआत होगी। इसके बाद किसी भी करदाता को कर संबंधी जवाबदेही के लिए विभाग तक नहीं आना होगा। सबकुछ ऑनलाइन होगा। उद्यमी व कारोबारी बिना विभागीय झंझट के इत्मीनान से अपना कारोबार कर सकेंगे।

ऑन रिकार्ड नोटिस ही वैध

कर अधिकारियों से वित्तमंत्री ने टैक्स टेरेरिज्म (कर भयादोहन) शब्द का जिक्र करते हुए कहा कि बिना होमवर्क के कोई नोटिस जारी न करें। साथ ही स्पष्ट किया कि अब बिना रिकार्ड के जो नोटिस जारी होगी वह वैध नहीं मानी जाएगी। जो भी नोटिस देना हो, उसे ऑन रिकार्ड और ऑनलाइन जारी करें। करदाता भी मिलने वाली नोटिस को ऑनलाइन चेक कर उसकी वैधता चेक कर सकते हैं। वित्तमंत्री के साथ केंद्रीय राजस्व सचिव डा. अजय भूषण पांडेय, सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स के चेयरमैन पीसी मोदी, सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेस चेयरमैन तरुण दास, प्रिसिंपल चीफ कमिश्नर सीजीएसटी राजीव टंडन, इनकम टैक्स के पूर्वी यूपी के प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर प्रवीण कुमार व पश्चिमी यूपी के प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर पीके गुप्ता भी मौजूद रहे।

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