सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों के साथ रैगिंग का मामला सामने आया है। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन में हड़कंप मच गया। प्रथम वर्ष के करीब 150 छात्रों का सीनियर छात्रों द्वारा सिर मुंडवा दिया गया। इसके बाद उन्हें लाइन लगाकर सिर झुकाकर कक्षाओं में आना पड़ता है। कक्षाओं के बाद लाइन में ही सिर झुकाकर वे सलाम करते हुए हॉस्टल की तरफ जाते हैं। हालांकि अभी तक किसी छात्र ने रैगिंग की शिकायत नहीं की है।
यह रैगिंग पिछले छह दिनों से सीनियर स्टूडेंटों द्वारा की जा रही थी। छात्राओं को भी चोटी बांधने के निर्देश दिए गए और कैंपस से निकलते समय इन छात्रों को एप्रेन के थर्ड बटन पर सिर करने को कहा गया है। इस वर्ष प्रथम वर्ष में 200 छात्रों ने भाग लिया है। यह हाल तब है जब प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं के हॉस्टल पर सुरक्षा कर्मियों का कड़ा पहरा है। हॉस्टल से लेकर कक्षाओं तक सुरक्षा के इंतजाम हैं। इसके बावजूद भी सीनियर्स का फरमान हॉस्टलों में पहुंच गया।
मंगलवार को हॉस्टल से कॉलेज जाते समय छात्र-छात्राएं नीची निगाह से जाते हुए दिखाई दिए। सीनियर्स को सलाम भी किया। बताया गया है कि बीते दिनों अवकाश के दौरान ही सभी छात्रों का सिर मुंडवा दिया था। इस संबंध में कुलपति प्रो. राजकुमार ने बताया कि मामले में प्रतिकुलपति डॉ. रमाकांत यादव की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित कर दी गई है जो रैगिंग की जांच करेगी। उन्होंने बताया कि वे शाम को खुद छात्रों से बात करने पहुंचे हैं। हालांकि रैगिंग की बात किसी ने उन्हें नहीं बताई है। शिकायत करने के लिए कोई सामने नहीं आया है। छात्रों का कहना है कि बाल उन्होंने स्वेच्छा से कटवाए हैं।