मीरजापुर के बघेडा पहाडी क्षेत्र में बाघ ने हमला कर दो ग्रामीणों को किया घायल Mirzapur news

जिले के जिगना थानाक्षेत्र के बघेडा खुर्द स्थित गांव केझन्हवा में वनक्षेत्र में कहीं से आए बाघ ने दो स्‍थानीय लोगों पर सोमवार की सुबह हमला कर घायल कर दिया। क्षेत्र में बाघ होने की किसी को भी जानकारी नहीं थी, लिहाजा लोग स्‍वतंत्र रूप से इस वन क्षेत्र में आते जाते रहे। सोमवार को दो लोग वनक्षेत्र की ओर गए तो मौके पर छिपे बाघ ने उनपर अचानक हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बाघ के हमले के बाद लोगों को जब जानकारी हुई तो वन क्षेत्र स्थित बघेडा पहाडी पर बाघ को देखने के लोगों की भीड उमड़ पड़ी।

जिगना थानाक्षेत्र के बघेडा कला मूर्तिअहवा पहाडी पर बाघ ने सुबह सात बजे शौच को बाहर गये धीरेन्द्र पाल (27) पर हमला किया तो किसी तरह जान बचा भागे। बाघ की सूचना जिगना थाने पर ग्रामीणों ने दी तो पुलिस मौके पर पहुंची। पहाड़ पर भीड जुटी तो लगभग बारह बजे कुछ ग्रामीणों ने झाडी में पत्थर मार दिया जिसके बाद बाघ ने हमला बोल दिया जिसमें देवी चरण बिन्द निवासी बघेडा कला को गम्भीर चोटे आयी। संयोग ही था कि देवी चरण औंधे मुह गिरे और बाघ उन्हें छोड़ कर झाड़ी में पहुंच गया। देवी चरण के घायल होने पर सैकडो की सख्या में जुटे ग्रामीणों ने पत्थरबाजी शुरु कर दी। ग्रामीणों का आरोप था कि बाघ ग्रामीण को दौड़ कर हमला बोल दिया।

वहीं क्षेत्र में बाघ के हमले की जानकारी होने के बाद बघेडा खुर्द मुर्तिहवा पहाडी पर अधिकारियों की टीम पहुंच गई। मौके पर एसडीएम सदर गौरव श्रीवास्तव, सीओ लालगंज, रेंजर लालगंज पीके सिंह व पुलिस कर्मियों की टीम ने सुरक्षा कारणों से डेरा डाल दिया है। वहीं बाघ के हमले में घायल हुए लोगों को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर भारी भीड़ लाठी और डंडों के साथ बाघ पर निगरानी रखने के लिए मौजूद है। हालांकि प्रशासन की ओर से बाघ पकड़ने की कोई तैयारी दोपहर तक नहीं हो सकी है। मगर बाघ को पकडने के लिये लखनऊ से एक टीम बुलाई गयी है।

इससे पूर्व मीरजापुर के पड़ोसी जिले वाराणसी के वरुणा के तटीय इलाकों के गांव में भी बीते सप्‍ताह तक एक बाघ देखे जानेे के बाद हड़कंप मचा था। मगर वन विभाग की ओर से बाघ की मौजूदगी को लेकर लगातार ग्रामीणों को अंधेरे में रखा गया। अगर समय रहते वन विभाग क्षेत्र में बाघ की मौजूदगी और ग्रामीणों द्वारा अपनी आंखों से देखे जाने की शिकायत के बाद सक्रियता दिखाई गई होती तो बाघ समय रहते पकड़ा जा चुका होता। अब बाघ के दो इंसानाें पर हमले के बाद क्षेत्र में चिंता और बढ़ गई है। 

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