पुलिस विभाग का काम अनुशासन से चलता है। आर्डर ठीक से फॉलो न हो तो सिस्टम प्रभावित होता है। पुलिस विभाग में सुधार को लेकर काफी मुहिम चलाई भी जा रही है पर इसमें पलीता लगाने में कुछ लोग पीछे नहीं हैं। गोरखपुर के गोलघर में एक ऐसी अनुशासनहीनता हुई जिसने एसएसपी तक को स्तब्ध कर दिया। व्यवस्था देखने निकले कप्तान साहब ने एक दारोगा को आवाज दी तो वह आया। टोपी लगाई न सैल्यूट मारा, साथ ही कहा कि ठहरिये पहले गुटखा खा लूं। इस पर साहब की भृकुटी तन गई और उन्होंने दारोगा को दोबारा ट्रेनिंग स्कूल भेजने का फरमान सुना दिया।
जांच में निकले थे SSP
सरे बाजार कप्तान से इस तरह की हिमाकत करने का दुस्साहस दिखाने वाला दारोगा अभी हाल ही में पुलिस प्रशिक्षण स्कूल से ट्रेनिंग लेकर गोरखपुर आया है। हद यह है कि उसे गोलघर में ला एंड आर्डर की व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी दी गई और सहयोग के लिए एक पुराने उपनिरीक्षक को भी तैनात किया था। ट्रेनिंग लेकर आए दारोगा का कार्य देखने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोलघर पहुंचे और जलकल भवन के पास खड़े दो उपनिरीक्षकों को बुलाया।
दारोगा को भेजा ट्रेनिंग स्कूल
पुराने उप निरीक्षक ने तो तुरंत टोपी निकाली और पहन ली पर नए वाले साहब टोपी पहननी तो दूर कप्तान साहब को सैल्यूट तक नहीं मारे और गुटखा लेकर साहब से मुखातिब हो गए। कप्तान ने पूछा तो दारोगा ने कहा कि मुंह में गुटखा दबा लिया हूं साहब, बताइए क्या आदेश है? दो मिनट तक कप्तान उसे अपलक देखते रहे। इधर दारोगा ने पान-मसाला हजम किया और उधर कप्तान ने दारोगा को ट्रेनिंग स्कूल में दम भरने का फरमान जारी कर दिया। बिगड़ रहे माहौल को पीआरओ ने संभालने की कोशिश की और दारोगा को गुटखा थूककर कप्तान साहब से बात करने की नसीहत दी पर दारोगा ने उनके सुझाव को भी नजर अंदाज कर दिया।
अनुशासनहीनता की जद में आए दारोगा समेत एक दर्जन पुलिसकर्मियों को दोबारा प्रशिक्षण के लिए ट्रेनिंग स्कूल भेजा जाएगा। सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू करा दी है। अब अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।