राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि बॉम्बे हाई के बाद राजस्थान का बाड़मेर देर का दूसरा अग्रणी तेल उत्पादक क्षेत्र बन गया है। वर्तमान में देश के कुल क्रूड ऑयल का करीब एक चौथाई हिस्सा राजस्थान में निकाला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि तेल उत्पादन शुरू होने से पिछले एक दशक में बाड़मेर जिले की प्रति व्यक्ति आय 650 फीसदी तक बढ़ गई जो राज्य के शेष 32 जिलों में सबसे अधिक है। दस साल में यहां प्रति व्यक्ति आय 17 हजार रुपये से बढ़कर एक लाख 28 हजार रुपये हो गई,जो कि पिछले तीन साल के राष्ट्रीय औषत 82 हजार रुपये से डेढ़ गुना अधिक है।
राज्य की जीडीपी में बाड़मेर का योगदान जयपुर के बाद सबसे अधिक है। गहलोत ने गुरूवार को बाड़मेर में मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल में मंगला फास्ट ऑयल की 10वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में केयर्न एनर्जी नवीन योजना “उज्जवल” के उद्घाटन समारोह में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल की चर्चा करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने पहले रिफानइरी कम पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स की नींव रखी थी,लेकिन पिछली वसुंधरा राजे सरकार ने इस काम में देरी की जिसका नुकसान रोजगार एवं राजस्व में पूरे प्रदेश को उठाना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि अब यहां देश की पहली ऐसी रिफाइनरी लगेगी जहां रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स एकसाथ होंगे। इस मौके पर प्रदेश के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी,उर्जा मंत्री डॉ.बी.डी.कल्ला,चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और केयर्न ऑयल एंड गैस के सीईओ अजय दीक्षित भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने बाड़मेर में मेडिकल कॉलेज का उद्धाटन और नंदी गौशाला का शिलान्यास भी किया।