सपा सांसद आजम खां की मुसीबते दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं। गुरुवार को डकैती और हत्या के चार मुकदमे दर्ज होने के बाद शुक्रवार को भी आजम खां और पूर्व सीओ सिटी आले हसन खां के खिलाफ शहर कोतवाली पुलिस ने लूटपाट के दो और मुकदमे दर्ज किए हैं। ये मुकदमे मुहल्ला घोसियान सराय गेट के बन्ने पुत्र अल्ला बक्श और शाकिर पुत्र भूरा की शिकायत पर हुए हैं।
दोनों का कहना है कि उनके मुहल्ला घोसियान में मकान थे, जहां वह पिछले कई सालों से रह रहे थे। 15 अक्टूबर 2016 को तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन खां, सांसद के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू, इस्लाम ठेकेदार, वीरेंद्र गोयल और एसओजी के सिपाही धर्मेंद्र वहां आए। इन सभी का कहना था कि मकान खाली कर दो। यहां आजम खां का स्कूल बनेगा। मना करने पर उनके साथ आए पुलिस कर्मियों ने जबरन हम लोगों को घर से निकालना शुरू कर दिया। मना करने पर उनके साथ मारपीट की।
आरोपितों ने जान से मारने की धमकी देते हुए महिलाओं और बच्चों से बदसलूकी की गई। आजम खां की गोशाला के लिए बन्ने अली की तीन भैंस खोलकर ले गए। इसके बाद मकान पर बुलडोजर चलवा दिया। शहर कोतवाल अनिल कुमार सिंह ने बताया कि दोनों मामलों में तत्कालीन मंत्री आजम खां समेत छह लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है। 20-25 लोग अज्ञात हैं।
आजम खां पर अब तक 66 मुकदमे
लोकसभा चुनाव के दौरान ही आपत्तिजनक भाषण देने और आचार संहिता के उल्लंघन में आजम खां के खिलाफ मुकदमे दर्ज होने शुरू हो गए थे। इसके बाद जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन कब्जाने के भी 30 मुकदमे दर्ज हुए, जबकि 10 मुकदमे चुनाव से पहले के चल रहे हैं। इसके अलावा भड़काऊ भाषण देने के आरोप में दो और किताब चोरी के आरोप में एक मुकदमा दर्ज कराया गया है। अब छह और डकैती के मुकदमे भी दर्ज हो गए हैं। इस तरह अब तक उनके खिलाफ थानों में 66 मुकदमे दायर हो चुके हैं।