सात नए राजकीय मेडिकल कॉलेजों को इस सत्र से शुरू करने के साथ ही यूपी सरकार ने अब 14 नए मेडिकल कॉलेजों को आकार देने की ओर कदम बढ़ा दिया है। ये कॉलेज जिला अस्पतालों को अपग्रेड कर बनाए जाने हैं। इसमें से आठ कॉलेजों के लिए संबंधित जिलाधिकारियों ने जमीन का निर्धारण कर हरी झंडी दे दी है।
अयोध्या, बस्ती, बहराइच, शाहजहांपुर व फीरोजाबाद में स्वशासी मेडिकल कॉलेज, बदायूं में राजकीय मेडिकल कॉलेज और ग्रेटर नोएडा में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में इस सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू हुई है। इनमें से प्रत्येक संस्थान में एमबीबीएस की 100 सीटें हैं। इसी तर्ज पर केंद्र से तालमेल बनाते हुए केंद्र सहायतित परियोजना के तहत राज्य सरकार ने 14 और मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के प्रयास शुरू कर दिए हैं। ये कॉलेज अमेठी, बलिया, बिजनौर, चंदौली, चित्रकूट, गोंडा, हमीरपुर, कानपुर देहात, कौशांबी, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, सुलतानपुर और महोबा में बनाए जाने हैं।
चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ.केके गुप्ता ने बताया कि इन सभी जगहों पर जिला अस्पतालों को अपग्रेड करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जबकि इनमें से बिजनौर, चंदौली, गोंडा, कानपुर देहात, कौशांबी, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी व सुलतानपुर सहित आठ मेडिकल कॉलेजों के लिए यहां के जिलाधिकारियों ने भूमि का क्लीयरेंस भी दे दिया है। भूमि का निर्धारण होने और अन्य बिंदुओं पर हरी झंडी मिलने से इन मेडिकल कॉलेजों में अब तेजी से निर्माण की उम्मीद जताई जा रही है। केंद्र की योजना के तहत मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए 60 फीसद खर्च केंद्र सरकार और 40 फीसद खर्च राज्य सरकार करेगी।