सांसद आजम खां के बाद अब इन पर भी कसा पुलिस का शिकंजा, जानिए क्या है

सांसद आजम खां के बाद अब उनके परिवार के लोगों पर भी पुलिस कार्रवाई कर रही है। अब आजम के बड़े भाई सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता शरीफ खां और भतीजे बिलाल पर मुकदमा दर्ज किया गया है। 

लोकसभा चुनाव से पहले उन पर 10 मुकदमे थे। चुनाव के बाद 57 और मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैैं। इस तरह थानों और अदालतों में उन पर 67 मामले विचाराधीन हैैं। आजम खां के अलावा उनके बेटे अब्दुल्ला आजम पर भी पांच मुकदमे चल रहे हैं। पत्नी राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फात्मा के खिलाफ धोखाधड़ी के दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। बड़े बेटे अदीब के खिलाफ भी एक मुकदमा दर्ज है। अदीब का दोष सिर्फ इतना है कि  क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल में आजम खां ने आपत्तिजनक भाषण दिया था। वहां अदीब भी मौजूद था। 

भाई, भतीजे और भांजे पर भी मुकदमा

आजम  खां के घर के बराबर में ही उनके बड़े भाई सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता शरीफ अहमद खां रहते हैं। पुलिस ने तीन दिन पहले ही शरीफ  खां और उनके  बेटे बिलाल के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया है। इस मुकदमे में आजम   खां और अब्दुल्ला आजम को भी नामजद किया गया है। शरीफ खां कहते हैं कि जिस व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज कराया है, उसे उन्होंने छुआ तक नहीं है और आरोप गला घोटने का लगा दिया गया, जबकि उनकी उम्र 74 साल है। हम आजम के भाई  हैं, इसीलिए हम पर फर्जी मुकदमा लिखा गया। 

बड़ी बहन से की थाने में पूछताछ, भांजे पर भी मुकदमा

आजम खां की बड़ी बहन 78 साल की निकहत अफलाक से पुलिस ने शुक्रवार को थाने ले जाकर पूछताछ की। आजम खां के पास में ही उनके भांजे फरहान खां रहते हैं। उनके खिलाफ भी हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है। फरहान खां के खिलाफ मारपीट का एक और मामला दर्ज था। उसमें पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया, जिसमें जमानत पर छूटे तो उनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज करा दिया गया। इस तरह पुलिस अब आजम खां के परिजनों पर भी  शिकंजा कसने में लगी है।

नौकरी के आवेदनों की तरह तहरीर मांग रही पुलिस

आजम खां की पत्नी राज्यसभा सदस्य तजीन फात्मा कहती हैं कि पुलिस आजम खां और उनके परिजनों के खिलाफ ऐसे तहरीर मांग रही है  जैसे सरकार नौकरी के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित करती है। तमाम फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। 

 निष्पक्ष हो रही कार्रवाई

पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा का कहना है कि लोग रिपोर्ट दर्ज कराने आ रहे हैं, तो रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। नियमानुसार अगर कोई भी व्यक्ति थाने पहुंचता है तो उसकी रिपोर्ट दर्ज की जाती है। सांसद की बहन से पूछताछ की गई थी। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। 

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