पश्चिम बंगाल में भाजपा सांसद अर्जुन सिंह पर हमला और उनकी कार में तोड़फोड़ का मामला सामने आने के बाद बंगाल के हालात एक बार फिर गर्म हो गया है। पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसद अर्जुन सिंह पर हुए हमले के विरोध में भाजपा ने आज उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर में सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक 12 घंटे बंद का आह्वान किया है।
जानकारी हो कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं में टकराव बढ़ता जा रहा है। भाजपा सांसद अर्जुन सिंह पर हमले के विरोध में आज 12 घंटे का बंद बुलाया गया है। 24 परगना जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं ने सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक बैरकपुर की सभी दुकानें बंद रखने का आह्वान किया है। इस बीच, अर्जुन सिंह पर हमले को लेकरभाजपा के 13 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी हो कि एहतिहात के तौर पर भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है क्योंकि इस दौरान कहीं टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प ना हो जाए। मालूम हो कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में लोगों के समूह से सड़क की नाकेबंदी हटाने के लिए पुलिस के कथित लाठीचार्ज में रविवार को भाजपा सांसद अर्जुन सिंह के सिर में चोट लग गई थी। इसके बाद सांसद अर्जुन सिंह ने आरोप लगाया कि बैरकपुर पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने उन पर वार किया, जिससे उनके सिर पर चोट लगी। खून से सनी कमीज पहने और सिर पर पट्टी बांधे हुए सांसद ने कहा कि वर्मा एक पुलिस टुकड़ी का नेतृत्व कर रहे थे, जिसने श्यामनगर में भाजपा के पार्टी कार्यालय के कब्जे को लेकर पार्टी के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर कार्रवाई की।
मालूम हो कि श्यामनगर और कांकीनारा, दोनों ही इलाके बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत आते हैं, जहां से अर्जुन सिंह सांसद हैं। सांसद के भाजपा टिकट पर चुनाव जीतने के बाद से क्षेत्र के भाटपारा और कांकीनारा सहित कई इलाके हिंसा की गिरफ्त में रहे हैं। वह तृणमूल कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे।
जानकारी हो कि पश्चिम बंगाल में भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने हमले का आरोप लगाया है। उनके मुताबिक, हमलोग शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने मुझपर लाठीचार्ज किया और अपशब्द कहे। मेरे आवास पर भी हमला किया गया। उत्तर 24 परगना के श्यामनगर रेलवे स्टेशन के पास भाजपा सांसद अर्जुन सिंह की कार में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से तोड़फोड़ की। अर्जुन सिंह के मुताबिक, वे हमारे पार्टी कार्यालय पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। जब मैं जांच करने गया तो मेरी कार में तोड़फोड़ की गई। पुलिस भी मौके पर थी। सांसद अर्जुन सिंह पर हमले के खिलाफ भाजपा ने बैरकपुर में सोमवार को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक 12 घंटे के बंद बुलाया है। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।
बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष व विधायक विश्वजीत पर हमला
बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर शुक्रवार को सुबह-सुबह हमला किया गया। इसी दिन उत्तर 24 परगना जिले के उत्तर बनगांव क्षेत्र के विधायक व भाजपा नेता विश्वजीत दास पर भी हमले किए गए। उन्हें लक्ष्य कर ईंट, पत्थर चलाए गए जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विधानसभा जाने के दौरान विश्वजीत दास पर हमला किया गया। भाजपा ने इन दोनों नेताओं पर तृणमूल के लोगों द्वारा हमले का आरोप लगाया है।
भाजपा की तरफ से बताया गया कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ‘चाय पर चर्चा’ के लिए लेकटाउन के दक्षिणदाड़ी इलाके में अन्य कार्यकर्ताओं के साथ गए थे। तभी तृणमूल के लोगों ने उनको लक्ष्य कर गो बैक के नारे लगाए। घोष सुबह करीब सात बजे अपने कार्यकर्ताओं के साथ एक चाय दुकान पर पहुंचे। वहां पहले से तृणमूल कार्यकर्ता मौजूद थे जिन्होंने घोष को देखते ही कार्यक्रम को बाधित करने के उद्देश्य से नारेबाजी शुरू कर दी। जवाब में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी भारत माता की जय, दिलीप घोष जिंदाबाद के नारे लगाए। इसी बीच, दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इस दौरान भाजपा के झंडे एवं बैनर फाड़ने का आरोप लगाया गया है।
सांसद व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने घटना पर सवाल किया कि क्या वह रास्ते पर कहीं खड़े होकर चाय भी नहीं पी सकते हैं? कहीं टहल भी नहीं सकते हैं? उन्होंने कहा कि सीबीआइ की सक्रियता बढ़ने के कारण ही तृणमूल कांग्रेस ने यह हमला कराया है। उन्होंने कहा कि मॉर्निगवाक के बाद वे चाय पर चर्चा के लिए एक चाय दुकान पर पहुंचे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि उन पर हमला के लिए बाहर से लोगों को बुलाया गया था। हमले में करीब दो दर्जन भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। मुख्यमत्री ममता बनर्जी के ‘दीदी के बोलो’ के मुकाबले दिलीप घोष ने ‘चाय पर चर्चा’ कार्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत वह लोगों से बाचीत कर उनकी समस्याएं मालूम कर रहे हैं। उधर, विधायक विश्वजीत दास पर भी हमले किए गए।
जानकारी के अनुसार, विधायक इस दिन सुबह विधानसभा जाने के लिए अपने घर से निकले थे, तभी गोपालनगर घोषपाड़ा के समीप उनकी गाड़ी पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया। उनकी गाड़ी पर ईंट-पत्थरों से हमले किए गए। हाल ही में विश्वजीत तृणमूल छोड़ भाजपा में शामिल हुए हैं। उसके बाद से ही वह स्थानीय तृणमूल नेताओं के निशाने पर हैं। उन्होंने सुरक्षा की मांग भी की थी, लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया। लोकसभा चुनाव के बाद ही विश्वजीत भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने आरोप लगाया है कि साजिश के तहत उन पर जानलेवा हमला किया गया है। इसमें स्थानीय तृणमूल नेताओं का हाथ है।
इधर, जख्मी विधायक से मिलने अस्पताल पहुंचे भाजपा नेता मुकुल रॉय ने इस घटना की निंदा करते हुए राज्य की ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि अपने खोते जनाधार के बीच तृणमूल अब विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर जानलेवा हमले करा रही है। जनता सब देख रही है और अगले विधानसभा चुनाव में इनका अंत तय है। वहीं भाजपा द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कहा है कि भाजपा में आपसी विवाद के कारण इस विधायक पर हमला हुआ है। मल्लिक ने विश्र्वजीत दास पर घूस लेने का आरोप भी लगाया है।