जनपद ही नहीं अपितु प्रदेश के अनेक जिलों में बच्चा चोर की अफवाह लोगों में कुछ इस कदर समा गई है कि इंसानियत व मानवता को भी वह ताख पर रख रखने से नहीं चूक रहे हैं। अफवाह का असर तो लोगों के मन व मस्तिष्क में इस कदर बढ़ता जा रहा है कि कि लोग बच्चे के रिश्तेदार को भी पिटाई करने से नहीं चूक रहे हैं। इसका एक प्रत्यक्ष प्रमाण सोमवार को दोपहर में रसड़ा सामुदायिक केंद्र के परिसर में देखने को मिला जब कुछ युवकों ने बच्चा चोर समझकर बच्चे को पिता को ही जमकर पिटना शुरू कर दिए। यदि समय पर पुलिस नहीं पहुंचती तो उसकी कितनी पिटाई हो जाती यह आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है।
हुआ यू कि नगरा थाना क्षेत्र के शंकरपुर डेहरी ग्रामवासी प्रमोद राजभर (35) पुत्र इंद्रजीत सोमवार को अपने पुत्र व साली को लेकर इलाज के लिए रसड़ा आए थे। वह जैसे ही वह अस्पताल की ओर जा रहा था कि अचानक कुछ युवकों ने उसके कुछ संदेह परक हरकतों के चलते बच्चा चोर बताकर पिटाई शुरू कर दी। युवक को पीटते देख वहां काफी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। वहां उपस्थित लोग तो यही समझ रहे थे कि यह बच्चा चोर ही होगा। इस दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर भीड़ को तितर-बितर किया और युवक को कोतवाली ले गई। प्रभारी निरीक्षक सौरभ कुमार राय ने युवक से काफी गहनता से पूछताछ की तो सच्चाई सामने आई कि वह बच्चा चोर नहीं अपितु बच्चे को पिता हैं जो उसका इलाज कराने के लिए रसड़ा सीएचसी आए थे। पूरी सत्यता का पता चलने पर युवक को छोड़ दिया गया। बाद में घायल युवक का उपचार रसड़ा अस्पताल में कराया गया। बच्चा चोर की अफवाह लोगों के मन से कब तक पुलिस निकाल पाती है यह पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
रात भर चली बच्चा चोरी की अफवाह
नगर से सटे जीराबस्ती में भी बीती रात को एक अफवाह काफी तेजी से फैला कि कोई महिला एक मकान में प्रवेश कर बच्चा चोरी का प्रयास कर रही है। शोर को सुनकर भारी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। काफी दूर तक रात में ही महिला की खोज की गई, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिल सका। बड़ी बात यह कि इस तरह की घटनाएं पुलिस के लिए भी रोज का सिरदर्द बनती जा रही है।